Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में होटल, गेस्ट हाउस की जमकर हो रही बुकिंग, ट्रैवल एजेंट्स कर रहे ये खेल
राम मंदिर के उद्घाटन की संभावित तारीख को देखते हुए 20 जनवरी से 26 जनवरी 2024 में अयोध्या में होटल गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं की बुकिंग के लिए रिक्वेस्ट की भरमार हो गई है। लूट-घसोट के लिए ट्रैवल एजेंट्स अभी से होटलों की बुकिंंग कर लेना चाहते हैं जिससे बाद में इन्हें मनमाने दामों पर किराए पर दिया जा सके।

अयोध्या, ऑनलाइन डेस्क। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही जनवरी 2024 में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। समारोह में देशभर से लोगों के आने की उम्मीद है। ऐसे में देशभर के ट्रैवल एजेंटों ने अयोध्या पर अपनी नजरें जमा रखी हैं। ट्रैवल एजेंट्स अभी से शहर के होटल, धर्मशालाओं और गेस्ट हाउस की बुकिंग करने में जुट गए हैं, जिससे इन्हें बाद में अधिक दामों पर देकर जमकर मुनाफा कमा सकें।
ट्रैवल एजेंट्स कर रहे खेल
दरअसल, राम मंदिर के उद्घाटन की संभावित तारीख को देखते हुए 20 जनवरी से 26 जनवरी 2024 में अयोध्या में होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं की बुकिंग के लिए रिक्वेस्ट की भरमार हो गई है। लूट-घसोट के लिए ट्रैवल एजेंट्स अभी से होटलों की बुकिंंग कर लेना चाहते हैं, जिससे बाद में इन्हें मनमाने दामों पर किराए पर दिया जा सके।
समारोह से पहले क्या-क्या हो रही तैयारियां
- बीते दिनों आयोजित हुई प्राण प्रतिष्ठा उत्सव समिति की बैठक में आवासीय व्यवस्था के अलावा कई बिंदुओं पर चर्चा हुई थी।
- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन में शामिल होने वाले आगंतुकों की लिस्ट, उनके आवास और भोजन आदि की व्यवस्था पर मंथन जारी है।
- अतिथियों को आमंत्रित किए जाने के पहले रामनगरी की आवासीय व्यवस्था का आकलन किया जाएगा।
- सामान्य लोगों के यहां भी आवासीय व्यवस्था की संभावना तलाशी जाएगी।
- इसके साथ ही मठ, मंदिरों व धर्मशालाओं के संचालकों से भी आग्रह किया जाएगा कि वह अपने यहां देश-विदेश के आमंत्रित अतिथियों को ठहरा सकें।
दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने संभावना
प्राण प्रतिष्ठा के सात दिन पहले ही देशव्यापी उत्सव मनाया जाएगा। तकरीबन पांच लाख गांवों के देव स्थानों पर अलग-अलग कार्यक्रम होंगे, जो माहौल को भक्तिभाव से ओतप्रोत व राममय बनायेंगे। कार्यक्रम में पीएम नरेन्द्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित कई बड़ी हस्तियों का आगमन प्रस्तावित है। दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने संभावना है।
शहर के लोगों से भी किया जा रहा आग्रह
- अयोध्या में आवासीय क्षमता के अनुसार ही विशिष्टजनों को आमंत्रित करने का विचार किया जा रहा है।
- इसके अलावा लोगों से गांव-गांव उत्सव मनाने, रामायण, सुंदरकांड का पारायण करने और प्राण प्रतिष्ठा के दिन भंडारा आयोजित करने का आग्रह किया जाएगा।
- शहर के लोगों से आग्रह किया जाएगा कि वह बाहर से आने वालों को अपने यहां ठहरायें।
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