उत्तर प्रदेश शासन का आदेश, इटावा में 590 सरकारी स्कूल और हो सकते हैं बंद, ये है वजह
उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 से कम छात्रों वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मिलाने का फिर से आदेश दिया है जिससे इटावा जिले में 590 और स्कूल बंद हो सकते हैं। पहले दूरी का पैमाना स्पष्ट न होने से दिक्कतें हुईं थीं। अब सरकार ने प्राथमिक स्कूलों के लिए 1 किमी और उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए 3 किमी की दूरी सीमा तय की है।

जागरण संवाददाता, इटावा। 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की पेयरिंग को लेकर शासन ने फिर से आदेश जारी कर दिया है। अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने 27 अगस्त को प्रदेश के सभी जिलाधिकारी एवं अध्यक्ष जिला शिक्षा परियोजना समिति को भेजे गए आदेश में पेयरिंग की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। यदि इस आदेश के आधार पर पेयरिंग की गई तो जिले के 590 विद्यालय और बंद हो सकते हैं।
अभिभावकों और शिक्षक संगठनों का कहना है कि इस फैसले से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी, क्योंकि कई बार उन्हें दूसरे गांव के विद्यालयों में जाना पड़ेगा। पूर्व में जारी आदेश में 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की पेयरिंग में दूरी का मानक स्पष्ट नहीं किया गया था। इसलिए एक किमी से अधिक दूरी अथवा विषम परिस्थितियों वाले विद्यालयों की पेयरिंग भी कर दी गई।
इटावा में 101 विद्यालयों की पेयरिंग दूसरे विद्यालयों में की गई। मामला जब हाईकोर्ट में पहुंचा तो सरकार ने सिर्फ एक किमी की दूरी सीमा तय कर दी। इस आधार पर फिर से सर्वे कराया गया और दूरी की सीमा एक किमी के आधार पर 64 विद्यालयों की पेयरिंग के आदेश निरस्त कर दिए गए। सिर्फ 37 विद्यालयों की पेयरिंग हुई।
अब शासन ने स्पष्ट कर दिया है कि 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालय की दूरी एक किमी और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की दूरी तीन किमी से अधिक न हो, यह मानक ध्यान में रखते हुए विद्यालयों की पेयरिंग की जाए। अब अगर इस आधार पर पेयरिंग की गई तो जिले के 590 और विद्यालय बंद हो सकते हैं। जिले में कुल 1484 विद्यालय हैं इनमें से 590 और बंद हो जाएंगे। पूर्व में जारी आदेश में यह व्यवस्था दी गई थी कि विद्यालय प्रबंध समिति के प्रस्ताव के आधार पर विद्यालय को बंद किया जाए। परंतु इस बार विद्यालय प्रबंध समिति के प्रस्ताव की जरूरत भी नहीं होगी।
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनोद यादव एवं उपाध्यक्ष देवेंद्र सोलंकी ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ शुरू से ही इस नीति का विरोध करता रहा है। पेयरिंग नीति शिक्षा एवं छात्र हित में नहीं है। यदि विद्यालय बंद होंगे तो फिर से आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बीएसए डा. राजेश कुमार ने बताया कि शासन का आदेश प्राप्त होने के बाद ही कुछ बता सकते हैं।
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