Intagram में पोस्ट किया मौत का संदेश, Meta बना फरिश्ता, ट्रैक पर खड़े युवक की इस तरह बची जान
इटावा में मेटा अलर्ट के माध्यम से पुलिस ने एक 23 वर्षीय युवक की जान बचाई। युवक ने इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने की पोस्ट डाली थी। मेटा ने तुरंत पुलिस को सूचित किया जिन्होंने तत्परता से कार्रवाई करते हुए युवक को दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर पाया और उसे समझाया। युवक आर्थिक तंगी से परेशान था। पुलिस ने काउंसिलिंग की और उसे भविष्य में ऐसी गलती न करने के लिए समझाया।

जागरण संवाददाता, इटावा। Instagram या Facebook पर आत्महत्या के पोस्ट तो अक्सर देखे होंगे। लेकिन शायद ये नहीं जानते कि इंटरनेट मीडिया पर ये संदेश उनकी जिंदगी भी बचा रहे हैं। उनके दर्द को बांटा जा रहा है। यह सब हो रहा है मेटा से। एक ऐसा ही मामला इटावा में आया है।
मेटा के अलर्ट पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने 10 मिनट के अंदर पहुंचकर 23 वर्षीय युवक की जान बचा ली। गुरुवार को आगरा निवासी 23 वर्षीय युवक इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाली। उसने लिखा कि नहीं रहूंगा आज मैं, मेरी मम्मी को संभाल लेना उनको ज्यादा दुख नहीं होगा, बाबा आज वो यह सोच रही होंगी कि मैं मजाक कर रहा हूं। मैं रेल की पटरी पर बैठा हूं मरने के लिए, मेरे मरने के बाद उसे हैप्पी रखना, आइएम वैरी सीरियस।
मेटा कंपनी ने गुरुवार रात 11:33 बजे मुख्यालय पुलिस महानिदेशक लखनऊ से इंटरनेट मीडिया सेंटर को ईमेल के जरिए संदेश भेजा। डीजीपी राजीव कृष्ण द्वारा जनपदीय पुलिस को तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर के आधार पर सौरभ की लोकेशन प्राप्त की गई।
थाना सिविल लाइंस पुलिस दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर पहुंची तो कुछ दूरी पर एक युवक ट्रैक की तरफ जाता दिखाई दिया। उसको समझा बुझाकर वापस ले आए। वह आगरा का रहने वाला है और यहां किराए के मकान में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। खर्चे के लिए धन प्राप्ति का कोई स्रोत न होने के कारण उसको घर से ही पैसे मंगवाने पड़ते थे। किराया देने के लिए भी पैसे नहीं थे।
आर्थिक तंगी के कारण उसके मन में आत्महत्या का विचार आया। पुलिस ने उसकी काउंसिलिंग की, इस पर युवक ने भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने का आश्वासन दिया। स्वजन ने पुलिस कर्मियों की तत्परता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि युवक ने इंस्टाग्राम पर ट्रेन से कटने का पोस्ट डाला था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे बचा लिया।
12 अगस्त को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। कानपुर देहात के डेरापुर के कांधी में एक युवक की जान पुलिस ने मेटा से मिली सूचना के बाद 25 मिनट में पहुंच के बचा ली। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने युवक को बुलाकर स्वजन के सामने समझाया और घर भेजा।
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