इटावा में मनरेगा सोशल ऑडिट के जिला को-ऑर्डिनेटर ने पत्नी के नाम से की ठेकेदारी, सचिवों के आवाज उठाने पर जांच शुरू
मनरेगा सोशल ऑडिट के जिला समन्वयक की पत्नी के नाम से पंजीकृत फर्म द्वारा मनरेगा में ठेकेदारी करने का मामला सामने आया है। यह गतिविधि लंबे समय तक विकास भ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, इटावा। मनरेगा सोशल आडिट के जिला समन्वयक की पत्नी के नाम से पंजीकृत फर्म मनरेगा में ठेकेदारी करती रही। यह कार्य विकास भवन के ही अधिकारियों की नाक के नीचे चलता रहा। ग्राम पंचायत सचिवों ने जब इस मामले को उछाला तो जांच शुरू हुई। मनरेगा लोकपाल ने इस मामले की जांच शुरू की है। कटरा सेवा कली निवासी राजवर्धन सिंह एडवोकेट ने इस मामले की शिकायत ग्राम्य विकास आयुक्त एवं लोकपाल से की है।
उन्होंने शिकायत में उल्लेख किया है कि जिला समन्वयक सोशल आडिट मनरेगा प्रेम कुमार ने अपनी पत्नी पूनम देवी के नाम से मैसर्स जय गुरुदेव ट्रेडर्स नाम की फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद अपने पद का लाभ उठाते हुए मनरेगा कार्यों में ठेकेदारी की।
4 लाख 16 हजार खर्च कर आंगनबाड़ी केंद्र का कराया निर्माण
ग्राम पंचायत मधइयापुर के ग्राम सरवरपुर में 4 लाख 16 हजार रुपया खर्च करके आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया। ग्राम पंचायत अतिराजपुर में भी साढ़े 5 लाख की लागत से आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया। दोनों ही केंद्रों में घटिया सामग्री का प्रयाेग किया। उन्होंने विभाग में दिए अपने शपथ पत्र में स्वयं भी स्वीकार किया है कि उनकी पत्नी के नाम से फर्म रजिस्टर्ड है। वही फर्म मनरेगा के कई कार्यों को करवा रही है।
मनरेगा लोकपाल एमसी त्रिपाठी ने बताया कि सोशल आडिट के जिला समन्वयक प्रेम कुमार के खिलाफ शिकायतों की जांच वे कर रहे हैं। मनरेगा कर्मी नियमानुसार अपने किसी स्वजन या रिश्तेदार के नाम से ठेकेदारी नहीं कर सकता है।
उनकी पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड फर्म के कार्यों का ब्यौरा खंड विकास अधिकारी सैफई से मांगा गया है। जांच प्रक्रिया शीघ्र पूरी करके वे अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेंगे। जिला समन्वयक प्रेम कुमार ने बताया कि कोई नियम विरुद्ध काम नहीं किया है। जांच चल रही है। वे जांच अधिकारी के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे।

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