कालका एक्सप्रेस में चढ़ा 10वीं पास फर्जी लोको पायलट, रौब झाड़कर ट्रेन में लोगों से करता था ठगी
इटावा में आरपीएफ ने नेताजी कालका हावड़ा एक्सप्रेस से एक फ़र्ज़ी लोको पायलट को गिरफ़्तार किया। फ़िरोज़ाबाद का रहने वाला यह व्यक्ति पिछले दो साल से फ़र्ज़ी पहचान का इस्तेमाल कर रहा था। ट्रेन के असली चालकों को उस पर संदेह हुआ क्योंकि उसने सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया। पूछताछ में पता चला कि वह दसवीं फ़ेल है।

जागरण संवाददाता, इटावा । नई दिल्ली से चलकर हावड़ा जा रही नेताजी कालका हावड़ा एक्सप्रेस से गुरुवार को आरपीएफ ने एक फर्जी लोको पायलट को फर्जी बेज, आईकार्ड एवं सरकारी लॉग बुक के साथ गिरफ्तार किया गया।
पकड़ा गया फर्जी लोको पायलट फिरोजाबाद जनपद का रहने वाला है और पिछले दो साल से ट्रेनों में फर्जी लोको पायलट बनकर रुआब गांठकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहा था। बरामद हुई सरकारी लॉग बुक के सम्बद्ध में उसने बताया कि वह उसे हाथरस स्टेशन पर पड़ी मिली थी।
गाड़ी संख्या 12312 कालका नेता जी एक्सप्रेस गुरुवार को दिल्ली से टूंडला पहुंचने पर चालक ड्यूटी बदलने के बाद ट्रेन को चालक राजेंद्र कुमार मीणा ,सहायक राय सिंह मीणा एवं गार्ड सूरज सिंह लेकर रवाना हो रहे थे।
चलती ट्रेन में इंजन में चढ़ गया
टूंडला स्टेशन से ट्रेन के छूटने के दौरान ही आकाश कुमार नाम का व्यक्ति जो कि लोको पायलट की ड्रेस पहने हुए था, बैग, हाथ में पानी की बोतल, आईकार्ड और बेज आदि के साथ चलती ट्रेन में इंजन के आगे की रैक की जगह पीछे की रैक में चढ़ गया और उसने न तो गेट बंद किया और न ही अन्य सुरक्षात्मक कदम उठाए।
इस पर ट्रेन के चालक नरेश मीणा, सहायक चालक राय सिंह मीणा को उस पर संदेह हुआ और शिकोहाबाद पहुंचने के बाद उसे अपनी केबिन में बुलाकर उसके पूछताछ की तो उसने खुद को ट्रेन का लोको पायलट बताकर टालमटोल करना शुरू कर दिया। उन्होंने टूंडला कंट्रोल रूम के साथ स्टेशन अधीक्षक इटावा को सूचना दी।
स्टेशन अधीक्षक के मेमो पर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंचने पर आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार ने पहुंचकर फर्जी लोको पायलट को दबोच लिया और आरपीएफ पोस्ट पर लाकर उसके जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना नाम आकाश कुमार पुत्र राकेश 33 वर्ष निवासी कोशल्या नगर थाना उत्तर जनपद फिरोजाबाद का रहने वाला बताया।
दसवीं फेल है आरोपी
उसने यह बताया कि वह दसवीं फेल है और वह लोको पायलट भी नहीं है, लेकिन उसका एक दोस्त है जो कि लोको पायलट है। उसके साथ वह अक्सर ट्रेनों में आया जाया करता था, उसकी मदद से ट्रेन में फ्री घूमने की मंशा से लोको पायलट का फर्जी आई कार्ड, फर्जी बेज के साथ पूरी ड्रेस बनवा ली थी, लगभग दो साल से वह ट्रेन में कही भी आने जाने के लिए पूरी ड्रेस पहनकर सफर करता था और रुआब गांठकर लोगों को भी इसी यात्रा कराता था।
आरपीएफ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि स्टेशन अधीक्षक की सूचना पर फर्जी लोको पायलट को गिरफ्तार किया गया है। थाना जीआरपी में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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