इटावा में SIR के तहत 1.37 लाख मतदाताओं की 'नो मेपिंग', अब नोटिस का देना होगा जवाब
इटावा में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआइआर) के तहत 1 लाख 37 हजार 309 मतदाताओं को नोटिस का जवाब देना होगा। ये वे मतदाता हैं जिनकी वर्ष ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, इटावा। एसआइआर में जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों में शामिल 1 लाख 37 हजार 309 मतदाताओं को मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के समक्ष कागजात जमा करने होंगे।
ये मतदाता वे हैं जिनकी वर्ष 2003 की मतदाता सूची के आधार पर मेपिंग नहीं हो सकी है। एसआइआर में यह व्यस्था की गई कि वर्ष 2025 की सूची में जिन मतदाताओं के नाम शामिल हैं उनका स्वयं का अथवा माता, पिता, दादा, दादी, नाना, नानी में से किसी का भी नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में होना चाहिए।
यदि ऐसा नहीं है तो उनका नाम नो मेपिंग की सूची में डाल दिया जाएगा। उन्हें निर्वाचन आयोग से निर्धारित कागजात जमा कराने होंगे। मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित होने के बाद ऐसे मतदाताओं को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के द्वारा नोटिस जारी किया जाएगा।
एसआइआर से पूर्व जिले में 12 लाख 29 हजार 631 मतदाता पंजीकृत थे। बीएलओ ने घर घर जाकर मतगणना प्रपत्र वितरित किए थे। गणना प्रपत्र जमा होने के बाद जो आंकड़े आए हैं उसके अनुसार मतदाता सूची में 996422 मतदाता शामिल हैं।
इस तरह 2 लाख 33 हजार 40 मतदाताओं के नाम इस लिस्ट में शामिल होने से रह गए हैं। उनके गणना प्रपत्र नहीं मिले हैं या उनकी 2003 की मतदाता सूची से मेपिंग नहीं हो पाए हैं। बीएलओ के साथ राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट ने भी काफी मशक्कत की है।
सबसे ज्यादा मेहनत उन मतदाताओं पर की गई जिनके नाम अनुपस्थित मतदाताओं में शामिल थे। इन्हें खोजा गया तो जिले भर में लगभग 4000 ऐसे मतदाता मिल गये और अब उनके गणना प्रपत्र जमा कराए गए हैं।
इससे पहले जिले की मतदाता सूची से लगभग 2 लाख 37 हजार नाम कम हो रहे थे, अब नई स्थिति में 2 लाख 33 हजार 40 मतदाताओं के नाम कम होंगे। सहायक निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि निर्वाचन आयोग की निर्देशानुसार पूरी प्रक्रिया संपादित कराई जा रही है।

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