आगरा ब्रांच लाइन पर विद्युतीकरण पूर्ण, फर्राटा भरेंगी ट्रेनें
जागरण संवाददाता इटावा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित उनके पैतृक गांव बटे
जागरण संवाददाता, इटावा : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित उनके पैतृक गांव बटेश्वर को जोड़ने वाली आगरा-इटावा ब्रांच लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है। इस ट्रैक पर तेज गति से ट्रेनों का परिचालन कराने के लिए रेलवे के सीआरएस यानी मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने बीते गुरुवार को इटावा से आगरा भांडई तक गहनता से ट्रैक का निरीक्षण किया। इससे उम्मीद हो गई है कि जल्द ही इस ट्रैक पर अधिकतम 80 किमी की स्पीड से चलने वाली ट्रेनें 100-120 किमी प्रति घंटा की स्पीड से फर्राटा भरने लगेंगी।
इटावा-आगरा ब्रांच लाइन पर भांडई से इटावा तक विद्युतीकरण कराने का कार्य आगरा रेलवे मंडल के निर्देशन में करीब दो साल पूर्व शुरू कराया गया था, जो बीते माह पूर्ण हो गया। बीते दिवस सीआरएस लतीफ खान ने डीआरएम आगरा वीके श्रीवास्तव तथा इंजीनियरों की टीम के साथ इटावा से भांडई तक करीब आठ घंटे गहनता से रेलवे ट्रैक और नवीन ओएचई लाइन का स्पेशल ट्रेन से निरीक्षण किया। कई जगह ट्रेन से उतरकर देखा तथा कुछ हल्की खामियां होने को लेकर उनको दूर करने के निर्देश दिए। बताया गया है कि सीआरएस के ओके करने पर ही नवीन ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाती है तथा इसी तरह ओएचई लाइन को देखा जाता है। इसके तहत यह निरीक्षण कराया गया।
स्टेशन अधीक्षक पीएम मीना ने बताया कि अभी अधिकतम स्पीड एक्सप्रेस ट्रेन की प्रति घंटा 80 किमी तथा मालगाड़ी के लिए 60 किमी निर्धारित है। अब स्पीड बढ़ाए जाने की संभावना बढ़ हो गई है।
पर्यावरण होगा सुरक्षित
2004 में शुरू की गई यह ब्रांच लाइन 2014 में पूर्ण हुई थी। शुरुआत में खाली मालगाड़ी ट्रेनें चलाई गईं। इसके बाद लोड मालगाड़ी ट्रेनें चलाई गईं। 24 दिसंबर 2015 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस से एक दिन पूर्व तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी के पैतृक गांव बटेश्वर में धूमधाम के साथ आयोजन करके पहली यात्री ट्रेन चलाई थी। तब से अभी तक डीजल इंजन के माध्यम से ट्रेनों का परिचालन कराया जा रहा है। इससे वातावरण में काफी धुंआ फैलता है, इलेक्ट्रिकफाइड ट्रेनों के चलने पर पर्यावरण काफी सुरक्षित होगा।
अब अन्य यात्री ट्रेनों की उम्मीद
इलेक्ट्रिकफाइड ट्रेनों का परिचालन शुरू होने पर अन्य यात्री ट्रेनों का इस मार्ग से परिचालन शुरू किए जाने की उम्मीद है। अभी इटावा जंक्शन पर शंटिग कराकर इंजन बदलना पड़ता है, इलेक्ट्रिक इंजन का बदलाव नहीं होगा। इसके साथ इटावा जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक को मालगाड़ी के देर तक खड़ी रहने से मुक्ति मिलेगी।
सीआरएस ने गहनता से निरीक्षण करके ओएचई कार्य संतोषजनक पाया। कुछ हल्की खामियां बताई गईं, जिनको जल्द दूर करा दिया जाएगा। ट्रैक पर स्पीड बढ़ाना मान लिया है। जल्द ही उनका प्रमाणपत्र मिल जाएगा उसके बाद इलेक्ट्रिकफाइड ट्रेनों का परिचालन शुरू करा दिया जाएगा।
-संजीव कुमार श्रीवास्तव
जनसंपर्क अधिकारी, आगरा मंडल