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    थाने में बेरहमी से पिटाई, रिहाई के बाद किशोर ने फंदा लगाकर दी जान; एटा में बवाल

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 05:29 PM (IST)

    Etah News | एटा के निधौली कलां में लड़की भगाने के शक में पुलिस द्वारा पीटे जाने पर एक किशोर ने आत्महत्या कर ली। परिजनों ने पुलिस पर पिटाई और रिश्वत लेने का आरोप लगाया जिसके बाद लोगों ने पुलिस कार्यालय पर शव रखकर हंगामा किया। एसएसपी ने दो दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है और मामले की जांच जारी है।

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    किशोर की थाने में बेरहमी से पिटाई, फंदा लगाकर दी जान, बवाल।

    जागरण संवाददाता, एटा। थाना निधौली कलां क्षेत्र में लड़की भगाने के शक में पुलिस ने एक किशोर की थाने में बेरहमी से पिटाई की। आहत होकर घर पंहुचे किशोर ने फंदा लगाकर जान दे दी। इसके बाद दिनभर जमकर हंगामा हुआ। लोगाें ने पुलिस कार्यालय पर शव रखकर हंगामा किया।

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    बाद में पोस्टमार्टम गृह के बाहर जाम लगा दिया। दिनभर आक्रोशित लोगों की पुलिस से तकरार होती रही। एसएसपी ने दाे दारोगा लाइन हाजिर कर दिए हैं। पुलिस कर्मियों के विरुद्ध तहरीर दी गई है।

    माह मार्च में निधौली कलां क्षेत्र से एक किशोरी मार्च में 2025 में गायब हो गई, जिसकी गुमशुदगी उसके पिता ने दर्ज कराई थी। पिता को शक था कि गांव चंद्रभानपुर उर्फ नगला खरैटी का रहने वाला मोहर सिंह का 16 वर्षीय पुत्र सत्यवीर को लड़की के बारे में जानकारी है।

    किशोर महाराष्ट्र के नासिक में एक प्राइवेट फर्म में मजदूरी करता था। आठ दिन से उसके घर पर दविश दी जा रही थी। पुलिस किशोर को बुलाने के लिए दबाव बना रही थी। परिवार के कहने पर दो दिन पूर्व वह आ गया।

    किशोर के पिता का कहना है कि वह और उसका एक पुत्र सत्यवीर को लेकर एक अगस्त की शाम सात बजे थाना निधौली कलां लेकर पहुंचे थे, जहां दारोगा सुरेंद्र सिंह और आसिफ अली उसे अंदर ले गए और पिटाई की। सत्यवीर को डंडों व बेल्टों से पीटा गया। सुबह पांच बजे गांव के बाहर सड़क किनारे सत्यवीर मृत अवस्था में मिला।

    दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि सत्यवीर को उसके पिता व भाई थाने से लेकर गए थे और घर जाकर उसने फंदा लगाकर जान दे दी। उससे सिर्फ पूछताछ की गई थी। उधर सत्यवीर के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि किशोर को छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये पुलिस को दिए। थाना प्रभारी राजकुमार सिंह से जब पिटाई की शिकायत की तो उन्होंने शीघ्र छोड़ने का आश्वासन दिया था, मगर पैसा लेने के बाद छोड़ा गया।

    किशोर की मौत के बाद स्वजन और गांव के लोग उसका शव लेकर पुलिस कार्यालय पर आ गए और वहां शव गेट के बाहर रख दिया, जिसके कारण जाम की स्थिति बन गई। काफी देर तक पुलिस कर्मियों से ग्रामीणों की तकरार होती रही।

    पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। पोस्टमार्टम पर शव पहुंचने के बाद भीड़ और बढ़ गई और ग्रामीणों ने शव सड़क पर रख दिया और जाम लगा दिया। तमाम महिलाएं भी भीड़ में शामिल थीं। स्थिति बिगड़ते देख कई थानों का फोर्स पोस्टमार्टम गृह पर भेजा गया।

    संदेह के आधार पर किशोर सत्यवीर को पुलिस ने निधौली कला थाने बुलाया था। पूछताछ के बाद उसे सुपुर्दगी में दिया गया। इसके बाद किशोर ने घर पर जाकर फंदे पर लटककर जान दे दी। गांव वालों का आरोप है कि पुलिस ने पिटाई की थी। थाने में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिन्हें खंगाला जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सही स्थिति पता चलेगी। दो दारोगा लाइन हाजिर किए गए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह मामले की जांच करेंगे।

    - श्याम नारायण सिंह, एसएसपी एटा