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आगरा सेंट्रल जेल से भागने वाले कैदी की एटा जेल में मौत

आगरा जेल से एटा शिफ्ट किए गए अपहरण व हत्या के मामले में आजीवन क

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 09:59 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:02 AM (IST)
आगरा सेंट्रल जेल से भागने वाले कैदी की एटा जेल में मौत
आगरा सेंट्रल जेल से भागने वाले कैदी की एटा जेल में मौत

एटा, जागरण संवाददाता : आगरा जेल से एटा शिफ्ट किए गए अपहरण व हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 40 वर्षीय कैदी की हार्टअटैक से मौत हो गई। इस घटना के बाद जेल में हड़कंप मच गया। यह कैदी छह साल पहले आगरा सेंट्रल जेल से सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर भाग गया था।

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कैदी जितेंद्र उर्फ चीकू निवासी गांव बसी थाना कीरतपुर जनपद बिजनौर को आगरा जिला कारागार से 20 नवंबर 2019 को एटा जेल शिफ्ट किया गया था, तब से वह यहीं था। सोमवार रात 10.30 बजे वह अपनी बैरक में था कि तभी सीने में तेज दर्द हुआ, जिसके बारे में अन्य बंदियों ने जब जेल के अधिकारियों को बताया तो उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जेल के अस्पताल में उसे कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद चीकू को जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों का कहना है कि अस्पताल लाने से पहले ही कैदी की मौत हो चुकी थी। जेल प्रशासन ने मृतक के परिवार वालों को सूचना दी है। गाजियाबाद में की थी बच्चे की हत्या

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वर्ष 2001 में चीकू ने राजनगर गाजियाबाद में आठ साल के एक बच्चे का अपहरण कर लिया था और परिवार से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम न मिलने पर चीकू और उसके साथी नीरज ने बच्चे की हत्या कर शव मुरादनगर स्थित गंग नहर में फेंक दिया था। इसके बाद वर्ष 2007 में चीकू और उसके दोस्त नीरज को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। बंदी रक्षक की वर्दी पहनकर भागा था जेल से

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जितेंद्र उर्फ चीकू 15 नवंबर 2013 को आगरा सेंट्रल जेल से एक बंदी रक्षक की वर्दी पहनकर भाग निकला। इस मामले में चार सुरक्षा कर्मी सस्पेंड हुए थे और आधा दर्जन जांच में फंस गए। सूत्रों ने बताया कि जेल प्रशासन चीकू के मन में क्या है यह भांप नहीं पाया और उसने अधिकारियों पर विश्वास जमा लिया था और उसे कंप्यूटर का काम भी जेल में दे दिया गया। आइटी कंपनी में पकड़ा गया

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इंटर पास चीकू इतना शातिर था कि सेंट्रल जेल से भागने के बाद वह कुछ दिन इधर-उधर घूमता रहा और फिर उसने नोएडा के सेक्टर 60 स्थित एक आइटी कंपनी में नौकरी कर ली। 2019 में एसटीएफ को उसका सुराग मिल गया और उसके बाद कंपनी के अंदर से ही चीकू को गिरफ्तार किया गया। फिर से आगरा जिला कारागार में निरुद्ध कर दिया गया, जहां से 20 नवंबर 2019 को एटा जेल शिफ्ट किया गया।

सजायाफ्ता कैदी जितेंद्र उर्फ चीकू के सीने में तेज दर्द था। चिकित्सकों ने मौत का कारण हार्टअटैक बताया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और अधिक साफ हो जाएगी।

- पीपी सिंह, जेल अधीक्षक, एटा


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