एटा: पुष्टाहार वितरण में घोर लापरवाही, सकीट की सीडीपीओ निलंबित; जांच के आदेश
एटा के सकीट विकासखंड में पुष्टाहार वितरण में लापरवाही के कारण बाल विकास परियोजना अधिकारी मधुबाला वार्ष्णेय को निलंबित कर दिया गया है। अक्टूबर माह का प ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, एटा। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। सकीट विकासखंड में बाल विकास परियोजना कार्यालय पर अक्टूबर माह का पुष्टाहार वितरित नहीं कराया गया। ऐसी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने बाल विकास परियोजना अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्रवाई की है।
निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार ने की कार्रवाई
बताया गया है कि सकीट परियोजना पर अक्टूबर माह का अनुपूरक पुष्टाहार 18 दिसंबर को पहुंच चुका था। इसके बावजूद पुष्टाहार का वितरण नियमानुसार 24 दिसंबर तक नहीं किया गया। इसी दौरान विभाग द्वारा नवंबर माह के पुष्टाहार की आपूर्ति भी परियोजना के लिए कर दी गई तथा वाहन पुष्टाहार सामग्री लेकर कार्यालय पर पहुंच भी गया। आरोप है कि बाल विकास परियोजना अधिकारी मधुबाला वार्ष्णेय द्वारा पोषाहार की अनलोडिंग नहीं कराई गई और वाहन को वापस कर दिया। पोषाहार आपूर्ति करने वाली फर्म द्वारा इस संबंध में निदेशालय को जानकारी दी गई तो मामला खुलकर सामने आ गया।
डीपीओ लखीमपुर खीरी करेंगे जांच
बताया गया है कि विभागीय निर्देश की अनुरूप परियोजना पर पोषाहार प्राप्त होने के बाद 48 घंटे में उप जिलाधिकारी या नामित अधिकारी द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाना अनिवार्य है। किसी कारण से सत्यापन नहीं होता है तो पोषाहार का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हो जाना चाहिए, लेकिन बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा छह दिन बाद भी पोषाहार का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नहीं किया गया। ऐसी स्थिति में लाभार्थी पोषाहार से वंचित रहे तथा दूसरे महीने की आपूर्ति भी प्रभावित हो गई।
संपूर्ण प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए निदेशक निर्देशक सरनीत कौर ने बाल विकास परियोजना अधिकारी सकीट को निलंबित किया है तथा मामले की जांच जिला कार्यक्रम अधिकारी लखीमपुर खीरी को सौंप दी है।

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