Ayushman Yojana: एटा में इस साल 28 हजार लोगों को मिली 'संजीवनी', निजी अस्पतालों ने गरीबों को दी राहत
Ayushman Yojana | आयुष्मान भारत योजना ने एटा में 28000 से अधिक लोगों के जीवन में बदलाव लाया है। इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सरकारी और ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, एटा। Ayushman Yojana | एटा में आयुष्मान भारत कार्ड योजना का पूरे साल भर भरपूर उपयोग हुआ और इस योजना ने कई गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए संजीवनी का काम किया। सरकारी और निजी अस्पतालों में इस योजना के तहत पांच लाख तक का इलाज कराया गया।
जिले में 28,791 लोग इस योजना के तहत उपचारित हुए, जिनमें सामान्य बीमारियों से लेकर बड़े ऑपरेशनों तक का इलाज शामिल है। इस पूरी प्रक्रिया में सरकार ने 38.98 करोड़ रुपये खर्च किए।
आयुष्मान कार्ड योजना का उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज में मदद करना है, क्योंकि अक्सर इन लोगों के लिए इलाज कराना एक बड़ी समस्या बन जाती है। ऐसे में आयुष्मान कार्ड योजना इन परिवारों के लिए एक राहत की तरह साबित हुई। सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर इस योजना के तहत कार्ड बनाए जाते रहे, जिससे लोगों को समय पर स्वास्थ्य सेवा मिल सके।
ये है योजना के लाभार्थियों का लेखा-जोखा
दिसंबर 2023 तक जिले में कुल 28,791 लोगों ने आयुष्मान योजना का लाभ उठाया। इनमें से 19,531 लोगों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया, जबकि 9,260 लोगों ने सरकारी अस्पतालों से उपचार प्राप्त किया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि सरकारी अस्पतालों की तुलना में निजी अस्पतालों में अधिक लोग इलाज कराने के लिए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और तेज रही, जिससे लोगों को योजना का अधिकतम लाभ मिल सका। आयुष्मान योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में समानता लाना है और इस योजना ने निश्चित रूप से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया है।

जिले में कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या 1,19,237 है, जबकि कुल लक्ष्य 5,48,177 था। 50,67,22 लोगों ने योजना का लाभ प्राप्त किया, जबकि 1,04,113 नाम निरस्त किए गए और 25,218 मृतक लाभार्थियों का नाम भी इस सूची से हटा दिया गया।
आयुष्मान कार्ड योजना ने न केवल लोगों को इलाज की सुविधा दी है, बल्कि उनके जीवन में भी सुधार लाने का काम किया है। इस योजना के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद वर्ग को स्वास्थ्य सुविधाओं की तरफ एक बड़ा कदम बढ़ाया गया है।
| धनराशि खर्च | 38.98 करोड |
| निजी अस्पताल में उपचार | 19531 |
| सरकारी में उपचार लेने वाले | 9260 |
| लाभांवित परिवार | 119237 |
| लाभार्थी का लक्ष्य | 548177 |
| लाभांवित लोग | 506722 |
| निरस्त किए गए नाम | 104113 |
| मृतक लाभार्थी | 25218 |
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