UP News: छोटे भाई की मौत, सदमे में बड़े ने भी तोड़ा दम: एक साथ रहते- बेटे की तरह मानते थे; साथ उठी अर्थी
देवरिया के बरेजी गांव में छोटे भाई की मृत्यु का सदमा बड़े भाई बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। छोटे भाई बसंत कुमार मिश्र की मृत्यु के समाचार से आहत होकर बड़े भाई प्रेमप्रकाश मिश्र ने भी कुछ ही घंटों बाद दम तोड़ दिया। दोनों भाइयों का अंतिम संस्कार सरयू नदी के तट पर किया गया जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

जागरण संवाददाता, देवरिया। मईल थाना क्षेत्र के बरेजी गांव में छोटे भाई की मृत्यु का सदमा बड़े भाई बर्दाश्त नहीं कर सके। छोटे भाई की अर्थी निकलने के पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। दोनों की एक साथ अर्थी निकली तो स्वजन की चीख पुकार मच गई। बरहज के सरयू नदी के घाट पर दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
बरेजी गांव के रहने वाले 70 वर्षीय बसंत कुमार मिश्र की तबीयत शुक्रवार की रात अचानक खराब हो गई। रात में करीब 11 बजे उनकी मृत्यु हो गई। शनिवार की सुबह करीब छह बजे इसकी जानकारी जब शहर के सोंदा में मकान बनवाकर रहने वाले उनके बड़े भाई 80 वर्षीय प्रेमप्रकाश मिश्र को हुई तो छोटे भाई का नाम लेकर बिलखने लगे। वह छोटे भाई को बीके के नाम से पुकारते थे।
छोटे भाई का नाम लेकर रो रहे थे
वह बीके...बीके...बीके कहते-कहते अचानक बेहोश हो गए। स्वजन के मुताबिक, ब्रेन हेमरेज से 6.30 बजे उनकी भी मृत्यु हो गई। एक ही परिवार में दो लोगों की मृत्यु से चीख पुकार मच गई।

प्रेमप्रकाश के दूसरे नंबर के पुत्र, उप्र संस्कृत शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व श्रीभागवत दास संस्कृत माध्यमिक विद्यालय बघौचघाट के प्रधानाचार्य डॉ. कमलेश मिश्र ने बताया कि पिताजी अपने छोटे भाई को पुत्र के समान मानते थे। उनके बहुत लगाव रखते थे, इसलिए चाचा की मृत्यु का सदमा पिता बर्दाश्त नहीं कर सके। 7.30 घंटे के भीर ही दोनों लोगों की मृत्यु हो गई। पिता व चाचा का अंतिम संस्कार शनिवार की शाम बरहज में सरयू नदी के घाट पर एक साथ किया गया।
अंतिम दर्शन भी नहीं कर सके
स्वजन के मुताबिक, प्रेमप्रकाश मिश्र अपने छोटे भाई का अंतिम दर्शन भी नहीं कर सके। स्वजन उन्हें अंतिम दर्शन कराने के लिए चारपहिया से गांव ले जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी ब्रेन हेमरेज से प्रेमप्रकाश की मृत्यु हो गई।

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