देवरिया में इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा
उत्तर प्रदेश के लार में एक महिला की इलाज के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौत हो गई जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। डॉक्टर ने हृदयाघात को मौत का कारण बताया और लापरवाही के आरोपों का खंडन किया।

संवाद सूत्र, लार। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पेट दर्द की शिकायत पर पहुंची महिला की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। गुस्साए स्वजन व आसपास के लोगों ने डॉक्टर को दौड़ा लिया। डॉक्टर जान बचाकर किसी तरह अस्पताल से अपने घर पहुंच सका।
अस्पताल पर हंगामे व मारपीट की सूचना पर थानाध्यक्ष महेंद्र चतुर्वेदी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। अस्पताल परिसर में दलित बस्ती के लोगों की भीड़ थी। पूछताछ में पता चला कि लार उपनगर के वार्ड की 52 वर्षीय मोहनी देवी पत्नी राजेंद्र प्रसाद को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल लाया गया था।
डॉ. आनंद प्रकाश बीमार महिला का उपचार कर रहे थे। आरोप है कि उपचार में लापरवाही के कारण मोहनी देवी की मृत्यु हो गयी। थानाध्यक्ष ने समझाने का प्रयास किया लेकिन स्वजन हंगामा करते रहे।
सलेमपुर के सीओ मनोज कुमार व नायब तहसीलदार गोपाल जी मौके पर पहुंचे तब जाकर रात लगभग एक बजे स्वजन मृतका का शव लेकर अपने घर गए।
इस संबंध में डाक्टर आनंद प्रकाश का कहना है कि बीमार महिला की मृत्यु हृदयाघात से हुई है। उपचार में लापरवाही की बात निराधार है।
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