देवरिया में रुद्रपुर-कपरवार मार्ग पर 12 मीटर चौड़ा बनाये जाएंगे दो पुल, लोगों को मिलेगी सुविधा
रुद्रपुर-कपरवार मार्ग पर पुराने जर्जर हो चुके दो पुलों के जीर्णोद्धार का रास्ता साफ हो गया है। ग्राम सरयां के समीप कुरना नाला के साथ ही महेन के जोगीबी ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, मदनपुर। रुद्रपुर-कपरवार मार्ग पर पुराने जर्जर हो चुके दो पुलों के जीर्णोद्धार का रास्ता साफ हो गया है। ग्राम सरयां के समीप कुरना नाला के साथ ही महेन के जोगीबीर मोड़ पर पुराने सकरे पुल के स्थान पर 12 मीटर चौड़े पुल के निर्माण की शासन से स्वीकृति मिल गई है। चौड़े पुलों के निर्माण से लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा का लाभ मिलने लगेगा। विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होते ही कार्य आरम्भ करने का दावा किया जा रहा है।
रुद्रपुर-कपरवार मार्ग पर स्थित दो पुराने पुल आवागमन के लिए मुसीबत का सबब बने थे। जर्जर हो चुके दोनों पुलों से एक साथ दो वाहन नही गुजर पाते हैं साथ ही हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बता दें रुद्रपुर के ग्राम सरयां के समीप कुरना नाले पर तीन पुल स्थापित हैं। जिसमें से दो की चौड़ाई बढ़ाने के साथ ही नवीनीकरण किया जा चुका है।
तीसरा पुराना पुल पतला होने की वजह से आवागमन में दिक्कत का कारण बनता है। जिसकी वजह से अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। महेन के जोगीबीर मोड़ पर स्थित पुल पुराना होने के साथ ही कई बार क्षतिग्रस्त भी हो चुकी है। वर्तमान में भी रेलिंग टूट कर बिखर गई है। चौड़ाई कम होने से बड़े वाहनों के आवागमन में अक्सर समस्या के साथ ही खतरे का अंदेशा बना रहता है। लंबे समय से दोनों पुलों के निर्माण की मांग की जा रही थी।
कितनी लागत से कितना होना है काम
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रामजानकी मार्ग से जुड़ने वाले रुद्रपुर-कपरवार मार्ग पर ग्राम सरयां के समीप स्थित कुरना नाले पर पुराने पुल के स्थान पर 30 मीटर लंबा व 12 मीटर चौड़ा पुल बनाया जाना है। जिसके निर्माण में करीब 319.91 लाख रुपया खर्च किया जाना है। महेन के जोगीबीर मोड़ पर 6 मीटर लंबे व 12 मीटर चौड़े पुल के लिए 77 लाख की स्वीकृति मिली है।
दोनों पुलों का निर्माण जरूरी था
क्षेत्र के डॉ. धनंजय उर्फ पप्पू सिंह, कैप्टन देवानंद तिवारी, अभय यादव, शैलेश पाण्डेय, इमरान खान, मस्टर सर्फराज, प्रेमनाथ, मुद्रिका प्रसाद, बब्बल तिवारी, राजेन्द्र जायसवाल आदि का कहना है कि दोनों पुलों के निर्माण जरूरी था। जर्जर हो चुके पुल से हमेशा हादसा होने का डर बना रहता है। चौड़े पुल का निर्माण हो जाने मार्ग के चौड़ीकरण का भी रास्ता साफ हो जाएगा।
पुल निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।- क्षितिज जायसवाल, साहायक अभियंता लोनिवि, प्रांतीय खंड देवरिया।

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