विशाल सिंह हत्याकांड: भोर में तड़-तड़ड़ाई गोलियां, मुठभेड़ में इनामी राहुल अली गिरफ्तार
देवरिया पुलिस ने विशाल सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी राहुल अली को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। राहुल अली पर 25000 रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस को सूचना मिली थी कि राहुल अली नगवा खास के पास से गुजरने वाला है। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में राहुल अली के पैर में गोली मार दी।

जागरण संवाददाता, देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की पुलिस को एक बहुत बड़ी सफलता मिली है। जिले के एकौना थाना क्षेत्र के नगवा खास के समीप शनिवार की भोर में गोलियां तड़तड़ा उठी। पुलिस ने विशाल सिंह हत्याकांड के आरोपित राहुल अली को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। इनामी राहुल अली के पैर में गोली लगी है। गोली लगने के बाद उसे महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। उधर अधिकारियों ने मेडिकल कालेज पहुंच जानकारी ली।
एकौना थाना क्षेत्र के हौलीबलिया के रहने वाले छात्र नेता विशाल सिंह की 16 नवंबर की रात चाकू मारकर हत्या कर दी गई। हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस टीम को भोर में सूचना मिली कि घटना में शामिल नामजद आरोपित व 25 हजार रुपये का इनामी राहुल अली निवसी रानीपुर भिटहां थाना कौड़ीराम जिला गोरखपुर नगवा खास सीकट बंधे के पास से जाने वाला है।
सूचना के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और मौके पर पहुंच गई। पुलिस टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया तो वह पुलिस टीम पर ही फायर झोंक दिया। पुलिस टीम अपना बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई की। जिससे राहुल अली के पैर में गोली लग गई और वह मौके पर ही गिर गया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कट्टा व बाइक बरामद किया गया है। इसके बाद पुलिस उसे मेडिकल कालेज लेकर पहुंची।
पुलिस की गोली से घायल बदमाश - जागरण
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मुख्य आरोपित पहले ही गिरफ्तार कर भेजा जा चुका है जेल
विशाल सिंह हत्या कांड में गोरखपुर जनपद के शाहपुर थाना क्षेत्र के घोषीपुरवा निवासी मोहम्मद रजा, फैज रैनी, कौड़ीराम के रानीपुर निवासी राहुल अली व विनोद जायसवाल के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मुख्य आरोपित मोहम्मद रजा खान को पुलिस पहले ही मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी है। अब फैज रैनी व विनोद जायसवाल की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
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शरण देने में दो लोगों को पुलिस पहले ही भेज चुकी है जेल
राहुल अली को शरण देने में दो दिन पहले दो लोगों को पुलिस जेल भेज दी थी। इसके बाद से ही राहुल पर लगातार पुलिस का दबाव बढ़ रहा था।
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