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    Deoria Murder Case: वॉट्सऐप कॉल का सहारा ले रहे देवरिया नरसंहार के गुनहगार, पुलिस ढूंढ रही इन सवालों के जवाब

    By SANJAY YADAVEdited By: Swati Singh
    Updated: Mon, 16 Oct 2023 03:24 PM (IST)

    Deoria Murder Case देवरिया हत्याकांड में शामिल गुनहगार अब स्वजन से संपर्क करने के लिए वॉट्सऐप कॉल का सहारा ले रहे हैं ताकि पुलिस से उनकी लोकेशन न पता चल सके। सत्य प्रकाश दुबे के मामले में एक पक्ष के मामले में पुलिस ने उनकी पुत्री शोभिता की तहरीर पर 27 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

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    देवरिया नरसंहार

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। देवरिया नरसंहार का एक पखवारा बीत गया। दो अक्टूबर की वह काली सुबह अभी भी लोगों के जेहन में उसी तरह बरकरार है, जब गांव के लेहड़ा टोला में एक पक्ष के पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद दूसरे पक्ष के सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके पांच स्वजन की दरिंदों ने बेरहमी से गोली मारकर और ईंट पत्थर और लाठी डंडे से ईंट कूंचकर हत्या कर दी।

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    घटना के दिन दुबे परिवार के सदस्यों से जिस ईंट से हत्या की गई थी, उक्त रक्त रंजित ईंट को भी पुलिस ने साक्ष्य के तहत बरामद कर लिया है। पुलिस घटना को लेकर सिलसिलेवार कड़ियों को विवेचना में दर्ज कर रही है।

    व्हाट्सएप कॉल का सहारा ले रहे आरोपी

    घटना में शामिल गुनहगार अब स्वजन से संपर्क करने के लिए वॉट्सऐप कॉल का सहारा ले रहे हैं, ताकि पुलिस से उनकी लोकेशन न पता चल सके। सत्य प्रकाश दुबे के मामले में एक पक्ष के मामले में पुलिस ने उनकी पुत्री शोभिता की तहरीर पर 27 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। जिनमें पुलिस अभी तक 16 नामजद और पांच अज्ञात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिसमें घटना का मुख्य आरोपित नवनाथ मिश्रा भी है।

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    पुलिस ढूंढ रही इन सवालों के जवाब

    घटना में पुलिस तीन प्रमुख बिंदु पर जांच कर रही है, जिसमें प्रेमचंद को किसने बुलाया व जाने के बाद निर्ममता पूर्वक उसकी हत्या किसने की? उसकी हत्या के बाद हमलावरों को किसने बुलाया और प्रेमचंद का लाइसेंसी असलहा हमलावरों को किसने मुहैया कराया। ये सवाल भी उठने लाजमी हैं जो घटना की कड़ियों को जोड़ने से गुनहगारों तक पहुंच सकते हैं। कोतवाली प्रभारी महेन्द्र कुमार चतुर्वेदी का कहना है कि टीमें लगी है। किसी भी दशा में गुनहगार नहीं बचेंगे।

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