खाद वितरण के दौरान धक्का-मुक्की में गिरकर घायल हुई महिला, अस्पताल में तोड़ा दम
चित्रकूट में खाद की कमी के कारण एक बुजुर्ग महिला की जान चली गई। 65 वर्षीय लीला वती खाद लेने के लिए लाइन में खड़ी थीं जहां धक्का-मुक्की में गिरने से उनकी कूल्हे की हड्डी टूट गई। प्रयागराज के अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। नेताओं ने खाद वितरण की अव्यवस्था का आरोप लगाया और मृतक किसान परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। खाद की किल्लत और अव्यवस्था एक बुजुर्ग महिला की जान ले गई। कस्बे के जवाहर नगर निवासी किसान राजेश यादव की 65 वर्षीय मां लीला वती उर्फ बबुआ यादव की शनिवार को प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
गुरुवार को वह खाद लेने के लिए लाइन में खड़ी थीं, तभी भीड़-भाड़ और धक्का-मुक्की में गिरकर घायल हो गईं थीं। प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से प्रयागराज रेफर किया गया था, जहां जांच में उनकी कूल्हे की हड्डी टूटने की पुष्टि हुई थी।
शनिवार अपराह्न करीब तीन बजे इलाज के दौरान उनकी मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। समाजवादी पार्टी के नेताओं शीटू मिश्रा, रितुराज वर्मा, राकेश यादव और गरुण यादव ने महिला के घर पर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की।
प्रशासन पर खाद वितरण की अव्यवस्था का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक बोरी खाद के लिए किसान सुबह से भूखा-प्यासा लाइन में लगता है, फिर भी उसे खाद नहीं मिल पा रही।
नेताओं ने मृतक किसान परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की और कहा कि यदि व्यवस्था नहीं सुधरी तो आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से खाद वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने की मांग की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।