Chitrakoot News: अमावस्या मेले को लेकर अलर्ट, 3 जोन और10 सेक्टरों में बांटा गया क्षेत्र, भारी वाहन प्रतिबंधित
चित्रकूट में पितृ विसर्जन अमावस्या स्नान को लेकर प्रशासन मुस्तैद है। मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टरों में बांटा गया है सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे और रोडवेज ने अतिरिक्त सेवाएं शुरू की हैं। रामघाट पर स्नान के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। पितृ विसर्जनी अमावस्या स्नान को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। मेला क्षेत्र को तीन जोन और दस सेक्टरों में बांटते हुए पुलिस-प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। शनिवार को रामायण मेला परिसर में पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह व अपर जिलाधिकारी उमेश चंद्र निगम ने मेला ड्यूटी में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को ब्रीफ करते हुए सतर्कता और संवेदनशीलता से ड्यूटी करने के निर्देश दिए।
एसपी ने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी समय से अपनी ड्यूटी पर पहुंचें और पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रद्धालुओं से व्यवहार नम्र और सहयोगात्मक होना चाहिए ताकि धार्मिक आस्था में किसी तरह की बाधा न आए।
अमावस्या मेले की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए चार पुलिस क्षेत्राधिकारी, 19 थाना प्रभारी निरीक्षक/निरीक्षक, 80 उपनिरीक्षक, 205 कांस्टेबल/हेड कांस्टेबल, 60 महिला कांस्टेबल, तीन यातायात उपनिरीक्षक, 14 ट्रैफिक पुलिसकर्मी, दो एलआईयू उपनिरीक्षक, 12 एलआईयू कांस्टेबल, और एक डॉग स्क्वायड को तैनात किया गया है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने दो मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, वहीं रोडवेज द्वारा 150 से अधिक अतिरिक्त बसें चलाई जा रही हैं। रामघाट में स्नान को लेकर सिंचाई विभाग ने विशेष इंतजाम किए हैं।
घाट पर पीपे के पुल बनाए गए हैं जिससे श्रद्धालुओं को स्नान में किसी प्रकार की असुविधा न हो। वह गहरे पानी में नहीं जा पाएंगे। अक्सर मेला में स्नान के समय लोग डूब जाते थे। रविवार को अमावस्या स्नान के दिन पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
नगर व मेला में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित, डायवर्जन प्लान जारी
अमावस्या मेले के मद्देनज़र श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शनिवार सुबह से सोमवार रात 12 बजे तक कर्वी नगर व मेला क्षेत्र में भारी और मध्यम मालवाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। आपातकालीन वाहनों को छूट रहेगी। इसके बाद 22 सितंबर से अगले 30 दिनों तक निर्धारित मार्गों पर सुबह साढ़े पांच से रात तक नो एंट्री लागू रहेगी।
प्रयागराज, बांदा, सतना व कौशाम्बी जाने वाले भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। दोपहिया व हल्के वाहनों को जानकीकुंड और सतना की ओर जाने के लिए धनुष चौराहा से देवांगना घाटी होकर भेजा जाएगा। नो एंट्री में बदलाव की सूचना संबंधित बैरियरों पर दी जाएगी। यातायात सुचारू व सुरक्षित बनाए रखने हेतु पुलिस ने जनता से सहयोग की अपील की है।
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