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    यूपी के इस जिले में लाइट से जगमग होंगे 50 गांव, नंबर में लगेंगे बिजली के खंभे और तार

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 04:27 PM (IST)

    चंदौली जिले के बिजली से वंचित गांवों और मजरों को रोशन करने के लिए ऊर्जा निगम ने रिवैंप योजना के तहत कार्य शुरू कर दिया है। सौभाग्य योजना-3 के तहत सर्वे चल रहा है जो 30 सितंबर तक पूरा हो जाएगा। नवंबर से पोल तार और ट्रांसफार्मर लगाने का काम शुरू होगा। इस परियोजना पर 2.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे और मार्च 2026 तक काम पूरा करने का लक्ष्य है।

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    बिजली के लिए 50 गांवों में नवंबर में लगेंगे खंभे और तार।

    जागरण संवाददाता, चंदौली। बिजली से वंचित गांवों व मजरों को रोशन करने की कवायद ऊर्जा निगम ने आरंभ कर दिया है। आजादी के बाद पहली बार यहां बिजली पहुंचेगी। इसके लिए रिवैंप योजना के तहत कार्य कराए जाएंगे। शासन की ओर से इसके लिए मंजूरी दे दी गई है। हर घर को बिजली देने के लिए सौभाग्य योजना-3 के तहत सर्वे चल रहा है। अफसरों का दावा है कि 30 सितंबर तक सर्वे पूरा हो जाएगा।

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    नवंबर से पोल, तार और ट्रांसफार्मर लगाने का काम शुरू हो जाएगा। हाल ही में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी कई नई बस्तियों की सूची सौंपी है, जहां बिजली नहीं है। विभाग ने यहां भी सर्वे शुरू किया है। सर्वे फिलहाल जारी है और उम्मीद है कि यह काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

    इन गांवों/मजरों के विद्युतीकरण पर 2.50 करोड़ रुपये निगम खर्च करेगा। यहां हाईटेंशन, एलटी लाइन के अलावा 10 केवीए का नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद शत-प्रतिशत मजरे बिजली से जुड़ जाएंगे।

    सौभाग्य योजना फेज-2 के तहत जिले के एक हजार मजरों और गांवों को पूर्व में बिजली कनेक्शन से जोड़ा जा चुका है। इसके बावजूद चकिया, नौगढ़ व सकलडीहा तहसील के 50 में बिजली का कनेक्शन नहीं पहुंच पाया था। इसके लिए तीसरे फेज का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था।

    शासन से हरी झंडी मिलने के बाद सर्वे का काम शुरू हुआ है। इन मजरों पर लाइट पहुंचाने के लिए 150 किमी एलटी तार, 50 किमी हाईटेंशन तार दौड़ाया जाएगा। 550 से अधिक खंभे भी लगाए जाएंगे। प्रतिदिन इसकी रिपोर्टिंग जेई, एक्सईएन उच्चाधिकारियों को करेंगे। मार्च 2026 तक काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ।

    बिजली से वंचित मजरे-पुरवे पूर्व के चिह्नित हैं। इन 50 मजरों में विद्युतीकरण किया जाना है। ऊर्जा निगम की ओर से चयनित कार्यदायी संस्था ने गांवों में सर्वे किया जा चुका है। इसी वित्तीय वर्ष में इन गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है। नवंबर से काम आरंभ हो जाएगा। -रविचन्द्र श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता।

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