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    लोको पायलट इंस्पेक्टर परीक्षा में धांधली पर CBI की बड़ी कार्रवाई, दो अधिकारी समेत 26 लोगों को ले गई अपने साथ

    By Pradeep singhEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Wed, 05 Mar 2025 09:29 AM (IST)

    Chandauli News पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल मुख्यालय पर लगभग 28 घंटे तक सीबीआई की छापेमारी ने हलचल मचा दी है। इस दौरान सीबीआई ने लंबी चली पूछताछ के बाद दो शाखा प्रमुख समेत 26 लोको पायलटों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश करने ले गई। आरोप है कि लोको पायलट इंस्पेक्टर परीक्षा में धांधली की जा रही थी।

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    पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल मुख्यालय से पुलिस ट्रक में आरोपितों को ले जाती सीबीआई।- जागरण

    जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल मुख्यालय पर लगभग 28 घंटे तक सीबीआई की छापेमारी ने हलचल मचा दी है। इस दौरान सीबीआई ने लंबी चली पूछताछ के बाद दो शाखा प्रमुख समेत 26 लोको पायलटों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश करने ले गई।

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    आरोप है कि लोको पायलट इंस्पेक्टर परीक्षा में धांधली की जा रही थी। लोको पायलटों के पदोन्नति की परीक्षा दिलाने के नाम पर रिश्वत ली जा रही थी। सोमवार की देर रात नगर स्थित काली महल के पास एक मैरिज लॉन से नौ लोको पायलटों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इसके बाद अगले दिन मंगलवार को पीडीडीयू मंडल के सभागार में सभी को बुलाकर जांच पूछताछ की गई। शाम चार तक लोको पायलटो की संख्या बढ़कर लगभग 26 हो गई।

    इसमें मालूम हुआ क‍ि अधिकारी व कर्मचारियों के घर से एक करोड़ से अधिक नकदी की भी बरामदगी हुई है। धांधली के इस खेल में सिर्फ रेलकर्मी और लोको पायलट ही संलिप्त नहीं, बल्कि इसके पीछे एक बड़े रैकेट का हाथ है। कई बड़े अधिकारी भी जांच के बाद संदेह के घेरे में आ गए।

    सीबीआई की विशेष टीम की कार्रवाई से रेलवे में खलबली गई। सीबीआई के डिप्टी एसपी के नेतृत्व में दर्जनभर अधिकारी जांच में जुटे रहे। पीडीडीयू रेल मंडल के वरीय मंडल विद्युत अभियंता परिचालन सुशांत परासर व वरीय मंडल विद्युत अभियंता कर्षण वितरण इंदु प्रकाश को परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र तैयार करने, जबकि वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत कुमार को परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी की बात सामने आ रही है। हालांकि, लंबी पूछताछ के बाद इंदु प्रकाश को छोड़ दिया गया और दोनों अधिकारी सुशांत परासर व सुरजीत कुमार व कर्मचारियों को सीबीआइ पुलिस ट्रक में बैठाकर अपने साथ ले गई। इनमें से 24 सुपरवाइजर हैं।

    एक सेवानिवृत्त लोको निरीक्षण रामायण भी है। मुख्य कार्यालय अधीक्षक संजय मिश्रा व नीरज वर्मा हैं। सीबीआई ने सुशांत पराशर को मुगलसराय के कालीमहाल इलाके के लॉज से रंगे हाथ पकड़ा। यह धांधली पूर्व मध्य रेलवे इंटर कॉलेज प्लांट डिपो में आयोजित चीफ लोको पायलट इंस्पेक्टर परीक्षा में हो रही थी। इस परीक्षा में 80 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे।

    सीबीआई इस तरह पकड़ा आरोपितों को

    पुलिस सूत्रों की मानें तो लोको पायलट प्रमोशन के लिए एग्जाम देने आए थे। रेलवे के कार्मिक विभाग के एक बाबू ने सभी को लान में ठहराया था। आरोप है कि परीक्षा में नकल कराकर प्रमोशन दिलाने के एवज में रिश्वत ली गई थी। इसकी सूचना सीबीआई को हो गई। सीबीआई के अधिकारियों ने फौरी कार्रवाई करते हुए सभी लोको पायलटों को हिरासत में ले लिया है।

    पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के काली महाल स्थित राज मैरेज लान है। लान का संचालन चुन्ना नामक व्यक्ति करता है। चुन्ना के मोबाइल फोन पर पीडीडीयू रेल मंडल मुख्यालय के कार्मिक विभाग के बाबू संजय मिश्रा का फोन आया। संजय ने कहा कि कुछ लोको पायलट प्रमोशन का एग्जाम देने के लिए आए हैं। उन्हें लान में रुकने की व्यवस्था कर दो। इसकी जानकारी सीबीआइ को हो गई। रिश्वत लेकर सभी का एग्जाम पास करा कर प्रमोशन कराया जा रहा था। पूरे मामले की जानकारी सीबीआई को हो गई थी। सीबीआइ की सूचना पर इंस्पेक्टर विजय बहादुर तत्काल फोर्स के साथ लान पहुंचे और नौ लोको पायलट को हिरासत में ले लिया था।

    इन धाराओं में पंजीकृत हुआ मुकदमा

    पकड़े गए सभी लोगों पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इसमें 7, 7 ए व 8 है।

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