Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी के इस जिले में चांद-सितारों से रूबरू हो रहे सरकारी स्कूलों के नौनिहाल, प्रधानमंत्री भी सराह चुके हैं यह पहल

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 08:36 PM (IST)

    Bulandshahar News बुलंदशहर के 108 परिषदीय स्कूलों में खगोलीय लैब स्थापित हैं जहां बच्चे अंतरिक्ष के रहस्य जानने का प्रयास कर रहे हैं। वर्ष 2022 में शुरू हुई इस पहल को 2023 में प्रधानमंत्री ने भी सराहा था। इन प्रयोगशालाओं के माध्यम से बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो रहा है और वे चांद-सितारों के बारे में बारीकी से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

    Hero Image
    बुलंदशहर के उच्च प्राथमिक विद्यालय डेरी तिल की खगोलीय लैब में प्रयोग करते बच्चे।

    जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। आइएएस अधिकारी अभिषेक पांडेय के नवाचार से गांव-देहात में परिषदीय स्कूलों के बच्चे अंतरिक्ष की दुनिया से रूबरू हो रहे हैं। 108 परिषदीय स्कूलों में खगोलीय नक्षत्रशाला से बच्चों के नक्षत्रों में बदलाव होने के साथ ही उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो रहा है। बच्चे चांद-सितारों के बारे में भी बारीकी से सीख रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    108 परिषदीय स्कूलों में खगोलीय लैब स्थापित 

    जिले में साल 2022 में तत्कालीन सीडीओ अभिषेक पांडेय ने परिषदीय स्कूलों के बच्चों को अंतरिक्ष का ज्ञान कराने के उद्देश्य से खगोलीय लैब का नवाचार शुरू कराया था। जिले में अब तक 108 परिषदीय स्कूलों में खगोलीय लैब स्थापित हो चुकी हैं।

    साल 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी काफी टेबल बुक में जिले के परिषदीय स्कूलों में खगोलीय लैब के नवाचार को शामिल किया था। प्रधानमंत्री ने परिषदीय स्कूलों में खगोलीय लैब के नवाचार को सराहा था। देशभर में जिले के परिषदीय स्कूलों ने एक अलग पहचान बनाई थी। परिषदीय स्कूलों के बच्चे खगोलीय लैब में अंतरिक्ष की सैर कर रहे हैं।

    बच्चे बारीकी से अंतरिक्ष के बारे में सीख रहे हैं। डेरी तिल की सहायक अध्यापिका ने एक ट्रस्ट के माध्यम से अपने विद्यालय में खगोलीय लैब की स्थापना कराई है। परिषदीय स्कूलों में खगोलीय में बच्चे चांद-सितारों से रूबरू हो रहे हैं।

    खगोलीय लैब से बच्चों में बढ़ रहा वैज्ञानिक दृष्टिकोण

    बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि जिले में 108 स्कूलों में खगोलीय लैब संचालित हो रही हैं। जिनमें बच्चे अंतरिक्ष के बारे में सीख रहे हैं। खगोलीय लैब से बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण बढ़ रहा है।