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    Bulandshahar News : जिम्मेदारों की मिलीभगत से गोलमाल, सरकारी सामान से खींच दी बिजली की निजी लाइन !

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 09:54 PM (IST)

    Bulandshahar News बुलंदशहर में सरकारी सामग्री से बिजली की निजी लाइन खींचने का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि शिकारपुर डिवीजन के सामान का इस्तेमाल स्याना डिवीजन में रिसॉर्ट और कोल्ड स्टोर के लिए किया गया। इस मामले में लगभग दस लाख रुपये का गोलमाल होने की आशंका है।

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    सरकारी सामान से निजी बिजली लाइन खींचने का आरोप (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, बुलंदशहर।  गाजियाबाद निवासी ऋषि कुमार ने शपथ पत्र एवं बिजली पोल की लोकेशन के फोटो के साथ मामले की शासन-प्रशासन से शिकायत की। इसमें शिकारपुर डिविजन को जारी दैवीय आपदा की सरकारी सामग्री से स्याना डिविजन क्षेत्र में रिसोर्ट एवं कोल्ड स्टोर की निजी लाइन खींचने का आरोप लगाया। कहा कि ऊर्जा निगम के जिम्मेदारों की मिलीभगत से कार्यदायी संस्था ने यह खेल किया है। ऊर्जा निगम के स्टोर से बिजली, पोल, तार आदि सामग्री निकालकर लगभग दस लाख रुपये का गोलमाल किया।

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    सरकारी सामग्री के निजी इस्तेमाल पर शासन-प्रशासन से हुई शिकायत के बाद ऊर्जा निगम में खलबली मच गई। मुख्य अभियंता संजीव कुमार ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित की। उन्होंने अधीक्षण अभियंता हापुड़ सुधीर कुमार अग्रवाल एवं अधिशासी अभियंता सिकंदराबाद राहुल शर्मा को शामिल किया। टीम से तीन दिन में मामले की जांच रिपोर्ट तलब की।

    वहीं, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के मेरठ मुख्यालय स्तर से भी मामले को गंभीरता से लिया गया, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आ सकी है। अब शिकायतकर्ता ने दूसरा शिकायती पत्र प्रेषित किया है। इसमें कहा है कि स्याना डिविजन में सरकारी सामान से रिर्सोट एवं कोल्ड स्टोर की निजी लाइन खींचने के मामले में जांच से बचने के लिए फिर से गाेलमाल किया जा रहा है। शिकारपुर डिविजन की जहांगीराबाद चुंगी पर दैवीय आपदा की साम्रगी पहुंचाई जा रही है। जबकि दैवीय आपदा को भी दो माह से ज्यादा का समय बीत चुका है। इसमें क्षतिग्रस्त लाइन व पोल दुरुस्त भी हो चुकी हैं।

    रिसोर्ट की निजी लाइन खींचने में लगाए 30 सरकारी पोल

    आरोप है कि कार्यदायी संस्था ने इस सामग्री से स्याना डिविजन में एक रिसोर्ट की लाइन खींची है। नहर पटरी पर बुगरासी की ओर से तीन किलोमीटर लंबी खींची गई इस लाइन में लगभग 30 बिजली पोल एवं क्रास आर्म सरकारी लगे हैं। इन बिजली पोलों पर विभागीय योजना के नाम भी अंकित है। कांचरोड बिजली घर क्षेत्र में सरकारी सामान से यह निजी कार्य करकेे लगभग 7.80 लाख रुपये का गोलमाल किया गया है।

    कोल्ड स्टोर की निजी लाइन में लगाए पांच सरकारी पोल

    आरोप रहा कि स्याना डिविजन में ही कुचेसर बिजलीघर क्षेत्र के एक कोल्ड स्टोर की निजी लाइन भी सरकारी सामान से खींची गई है। लगभग एक किलोमीटर लंबी इस लाइन में पांच पोल सरकारी लगे हैं। इनमें दो पोल पीवीएनएल स्टील के लगे हैं। जबकि तीन पोल पीवीएनएल आरडीएसएस योजना के शामिल हैं। 100 मीटर केबिल भी सरकारी लगाई गई है। इस तरह इस लाइन को खींचने में दो लाख रुपये का गोलमाल किया है।

    एक ही तिथि में जारी हुए तीन गेट पास

    इस सरकारी सामान को ऊर्जा निगम के भंडारगृह से निकालने के लिए 21 जून 2025 को ऊर्जा निगम के भंडारगृह से तीन गेटपास जारी हुए। इनमें उटरावली बिजलीघर के अवर अभियंता धर्मेंद्र ने दैवीय आपदा के लिए 25 पाेल, 3,630 मीटर तार, 67 डिस्क, 67 क्रास आर्म यह सामग्री जारी कराई। जबकि चित्सौन बिजलीघर के अवर अभियंता विजय शंकर ने दस पोल, 20 क्रास आर्म, 40 डिस्क, 120 इंस्लेटर जारी कराए।

    वहीं, रौरा बिजलीघर के अवर अभियंता मनमोहन ने 30 पीसीसी पोल, आठ स्टील पोल, 1,200 मीटर तार, 31 डिस्क, 247 किलोग्राम एंगिल जारी कराया। यह सामग्री कार्यदायी संस्था के ट्रैक्टर चालक को लोड कराकर भंडारगृह से बाहर निकाली गई। जहां यह सामान पहुंचना था वहां नहीं पहुंचा। इसका सही इस्तेमाल हुआ या नहीं, यह देखने की बजाय जिम्मेदार आंख मूंदे रहे। ऐसे में उनकी कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है।

    उधर, चीफ इंजीनियर संजीव कुमार का कहना कि मामले में जांच की जा रही है। उसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।