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    Bijnor News : महिला को पहले गुलदार ने मारा और बाद में सिस्टम ने...उपचार छोड़िए, एंबुलेंस तक नहीं मिली

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 05:33 PM (IST)

    Bijnor News बिजनौर में गुलदार के हमले में एक महिला की दुखद मौत हो गई। खेत में घास काटते समय गुलदार ने उस पर हमला किया। अस्पताल में एंबुलेंस न मिलने के कारण परिजन उसे बाइक से दूसरे अस्पताल ले गए जहाँ उसकी मृत्यु हो गई। ग्रामीणों में आक्रोश है और वे प्रदर्शन कर रहे हैं। वन विभाग गुलदार को पकड़ने का प्रयास कर रहा है।

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    वन विभाग ढूंढ़ता रह गया, एक और महिला को मार डाला गुलदार ने। जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण नजीबाबाद (बिजनौर)। वन अधिकारी खेतों में गुलदार को ढूंढता रहता गया और गुलदार ने खेत में घास काट रही महिला को पति, बेटी और बहन के सामने ही मार डाला। जब तक महिला की सांस चली, तो स्वजन ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों की संवेदनाएं महिला से पहले मर चुकी थीं। पति बाइक पर पत्नी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा तो वहां से उसे रेफर कर दिया गया पर एंबुलेंस नहीं दी गई।

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    अस्पताल स्टाफ एंबुलेंस एक दो मिनट में आने की बात कहकर आधे घंटे तक टरकाता रहा। पति सात किलोमीटर तक बाइक पर ही पत्नी को निजी अस्पताल में लेकर गया, जहां पत्नी की थोड़ी देर बाद मौत हो गई। महिला की मौत के बाद भी शव ले जाने को एंबुलेंस नहीं दी गई। पति बाइक पर ही पत्नी के शव को लेकर वन विभाग कार्यालय में चल रहे भाकियू अराजनैतिक के धरने में लेकर पहुंचा।

    गुलदार के हमले में 12 दिन में यह चौथी मौत है। डीएम और एसपी के न आने पर वन विभाग कार्यालय में ही महिला के शव का अंतिम संस्कार करने का एलान किया गया।

    गांव इस्सेपुर निवासी महेंद्र सिंह और उनकी पत्नी 32 वर्षीय मीरा देवी, आठ वर्षीय बेटी प्रियांशी और साली धनवती के साथ रविवार को खेत से घास काटने गए थे। खेत में घात लगाकर बैठे गुलदार ने मीरा देवी पर हमला करके बुरी तरह घायल कर दिया। महेंद्र सिंह व ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार भाग गया। महेंद्र सिंह घायल मीरा देवी को किसी तरह ग्रामीणों की मदद से बाइक पर लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समीपुर पहुंचे। वहां के स्टाफ ने प्राथमिक उपचार के बाद मीरा देवी को रेफर कर दिया। स्वजन ने अस्पताल स्टाफ से एंबुलेंस देने को कहा तो वे थोड़ी देर में एंबुलेंस आने की बात कहकर टरकाते रहे। आखिरकार महेंद्र सिंह ने फिर घायल पत्नी मीरा को बाइक पर ही बैठाना पड़ा और सात किलोमीटर दूर पूजा हास्पिटल लेकर पहुंचे जहां मीरा ने थोड़ी ही देर में दम तोड़ दिया। मीरा की मौत के बाद स्वजन ने उसे घर ले जाने के लिए एंबुलेंस मांगी लेकिन नहीं मिली। वे शव को फिर से बाइक पर ही लेकर वन विभाग के नजीबाबाद कार्यालय पहुंचे।

    वहां तीन दिन से भाकियू अराजनैतिक का धरना गुलदारों के बढ़ते हमलों के मामले में चल रहा है। गुलदार के हमले में एक और इंसानी मौत से किसान नेताओं में रोष फैल गया। भाकियू के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने शव को धरनास्थल पर रखवा लिया और डीएम और एसपी के मौके पर आने की मांग की। ऐसा न होने पर मीरा के शव का अंतिम संस्कार वहीं करने का एलान कर दिया और चिता के लिए लकड़ी मंगवा लीं। एसडीएम व सीओ धरने पर पहुंच गए हैं।

    एक ही गुलदार ने तीनों को मारा

    गुलदार ने आठ सितंबर को गांव कंडरावाली में आठ वर्षीय गुड़िया को तथा आठ सितंबर को नयागांव में आठ वर्षीय हर्ष को मार डाला था। कंडरावाली, नयागांव और इस्सेपुर आपस में चार से पांच किलोमीटर ही दूर हैं। माना जा रहा है कि तीनों को एक ही गुलदार ने मारा है।

    गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति शनिवार को ही दे दी गई थी।

    पीपी सिंह, मुख्य वन संरक्षक बरेली जोन का कहना है कि घटना बहुत दुखद है। ऐसा लग रहा है कि आखिरी तीन हमले एक ही गुलदार द्वारा कारित किए गए हैं। उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। टीम खेतों में लगातार कांबिंग कर रही है।