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    Bijnor News: प्रवासी पक्षियों को मिलेगा आसरा, हैदरपुर वेटलैंड में पानी नहीं होगा कम, खूब सुनाई देगी 'विदेशी मेहमानों की कलरव'

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Mon, 11 Dec 2023 03:18 PM (IST)

    Bijnor Migrat Birds News In Hindi हैदरपुर वेटलैंड में 325 से अधिक प्रजाति के पक्षी मिलते हैं। इनमें से 100 से अधिक पक्षी अपनी खुराक के लिए पूरी तरह पानी पर ही निर्भर रहते हैं। फरवरी में ये फिर से अपने देश और ठिकानों को लौटना शुरू करते हैं। पानी न होने से पक्षियों को पहले ही लौटना पड़ता है।

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    Bijnor News: पानी निकलने से पिछले समय से पहले चले गए थे प्रवासी पक्षी

    जागरण संवाददाता, बिजनौर। प्रवासी पक्षियों को संरक्षण देने के लिए गंगा बैराज में अबकी बार फरवरी से पहले पौंड एरिया का पानी खाली नहीं किया जाएगा। वन विभाग के अफसरों की क्लियरेंस मिलने के बाद ही पौंड एरिया खाली होगा। हजारों मील से आने वाले प्रवासी पक्षियों को हैदरपुर वेटलैंड में रोकने के लिए पानी की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।

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    हैदरपुर वेटलैंड

    गंगा किनारे बिजनौर और मुजफ्फरनगर की सीमा के किनारे हैदरपुर वेटलैंड बसा है। यह लगभग साढ़े छह हजार हेक्टेयर जमीन में फैला है। हैदरपुर वेटलैंड प्रकृति के खजाने से भरा हुआ है। यहां 325 से अधिक प्रजाति के देशी और विदेशी प्रजाति मिलते हैं।

    सर्दियों में यहां खासतौर से विदेशी प्रजाति के पक्षियों का मेला सा लगता रहता है। वेटलैंड के केवल 40 प्रतिशत हिस्से में ही 50 हजार से अधिक पक्षी मिलते हैं। हर ओर पक्षियों का कलरव हैदरपुर वेटलैंड में गूंजता रहता है। वेटलैंड की पहचान पक्षियों से ही होती है और इनकी सुंदरता सभी को आकर्षित करती है। नवंबर से लेकर फरवरी तक हैदरपुर वेटलैंड में पक्षियों की भरमार रहती है लेकिन पिछले साल वेटलैंड का पानी जनवरी में ही निकल गया था।

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    सिंचाई विभाग के अफसरों ने जनवरी में वेटलैंड का पौंड एरिया खाली कर दिया था। पौंड एरिया खाली होने से पक्षियों के आगे भोजन की समस्या खड़ी हो गई थी। पक्षियों के संरक्षण के हिसाब से रामसर साइट में सम्मिलित होने के बावजूद वेटलैंड जनवरी में ही पक्षियों से खाली हो गया था।

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    यह मामला इतना गंभीर था कि केंद्र सरकार से आई पर्यावरण और सिंचाई विभाग की टीम ने वेटलैंड का निरीक्षण किया था और यहां फिर से पानी भरा गया था। इस बार सिंचाई विभाग इस स्थिति को लेकर पहले से ही गंभीर है। इस साल फरवरी से पहले गंगा बैराज का पौंड एरिया खाली नहीं किया जाएगा ताकि वेटलैंड में पक्षियों को संरक्षण मिले। गंगा के पौंड एरिया में 221.5 फीट पानी रखा जाएगा।

    ये मिलती हैं प्रजातियां

    हैदरपुर वेटलैंड में येलो ब्रेस्टेड बंटिंग, ब्लैक बिल्ड टर्न, इंडियन स्कीमर, इस्टर्न इंपीरियल इगल, ब्रिस्टेल्ड ग्रासबर्ड, स्टेपी इगल, कोमन पोचर्ड, ब्लैक हैडेड इबिस, पेंटेड स्टोर्क, रिवर लापिंग आदि प्रजाति के पक्षी मिलते हैं। मोर, उल्लू, सारस आदि की भी भरमार है।

    अभी गंगा बैराज का पौंड एरिया को खाली नहीं किया जाएगा। फरवरी में प्रशासनिक व सिंचाई विभाग के अफसरों से वार्ता करके ही इस संबंध में कोई कार्रवाई की जाएगी। ब्रजेश मौर्य, एक्सईएन-सिंचाई विभाग

    प्रवासी पक्षियों के लिए हैदरपुर वेटलैंड में अभी बहुत पानी है। सिंचाई विभाग के अफसरों से पौंड एरिया खाली न करने के संबंध में पहले ही वार्ता की जा चुकी है। अरुण कुमार सिंह, डीफओ

     

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