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    हिस्ट्रीशीटर ने घर में फांसी लगाकर दी जान, हत्या, जानलेवा हमला, शराब तस्करी व गुंडा एक्ट के मुकदमे थे दर्ज

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 09:46 PM (IST)

    BIjnor News बिजनौर में एक हिस्ट्रीशीटर अरुण उर्फ गोपी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आत्महत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है और पुलिस जांच में जुटी है।

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    हिस्ट्रीशीटर ने घर में फांसी लगाकर दी जान (प्रतीकात्मक फोटो)

    संवाद सूत्र जागरण, झालू (बिजनौर)। हिस्ट्रीशीटर ने घर के कमरे में सोमवार रात फांसी लागकर अपनी जान दे दी। सुबह जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक शातिर शराब माफिया रहा है। उस पर हत्या, जानलेवा हमला, शराब तस्करी व गुंडा एक्ट समेत डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमें हैं। आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस जांच में जुटी हैं।

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    शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव स्वाहेड़ी निवासी 46 वर्षीय अरुण उर्फ गोपी बचपन से हल्दौर थाना क्षेत्र के कस्बा झालू के मुहल्ला चौधरियान में अपनी ननिहाल रहता था। यहां पर ही उसने मकान बना लिया है। बाकी परिवार स्वाहेड़ी में ही रहता है। स्वजन ने बताया कि वह देर रात झालू अपने घर पहुंचा। वह सीधे अपने कमरे में चला गया।

    कुछ देर बाद उसकी पत्नी खाना लाने के लिए पूछने कमरे में गई। लेकिन, अरुण ने खाना खाने से मना कर दिया। इसके बाद पत्नी कमरे से बाहर चली गई। अरुण ने कमरे को अंदर से बंद कर लिया। सुबह जब पत्नी ने उसे उठाने के लिए आवाज दी, तो अंदर से कोई जवाब नहीं आया। काफी आवाज देने के बाद भी दरवाज़ा न खुला। उसकी पत्नी उसने शोर मचाया और पड़ोसियों को बुलाया। पड़ोसियों की मदद से जब कमरे का दरवाज़ा तोड़ा गया। अरुण चुनरी से फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। यह देख स्वजन में कोहराम मच गया। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष महेंद्रपाल सिंह मौके पर पहुंच गए। फोरेंसिक और फिंगरप्रिंट टीम को मौके पर बुलाया गया।

    जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अरुण उर्फ गोपी उर्फ टारझन एक दशक पहले सक्रिय शराब माफिया रहा है। उस पर हत्या, जानलेवा हमला व शराब तस्करी समेत डेढ़ दर्जन से अधिक केस दर्ज थे।

    एक समय जिले में अपराध में सक्रिय रहा। इस समय उसने अपराध से किनारा कर लिया था। शराब तस्करी छोड़ दी थी। वह अपनी पत्नी और पांच साल की बेटी के साथ ननिहाल झालू में रहा था। उसकी आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। एएसपी सिटी डा. कृष्ण गोपाल ने बताया कि जांच की रही है। सुसाइड नोट नहीं मिला है। जांच के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।