बॉलीवुड विलेन शक्ति कपूर भी हो जाते किडनैप...इस कारण बचे, बिजनौर पुलिस ने किए चौंकाने वाले खुलासे
Actors Kidnapping Case Bijnor News बॉलीवुड कलाकार शक्ति कपूर को भी किडनैप करने की साजिश रची गई थी लेकिन टोकन मनी ज्यादा होने के कारण बात नहीं बनी। इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों ने बताया कि फिल्मी कलाकारों को कार्यक्रम कराने के नाम पर बुलाते थे और अपहरण करने के बाद वसूली करते थे।
जागरण संवाददाता, बिजनौर। हास्य कलाकार सुनील पाल और मुश्ताक खान के अपहरणकर्ताओं के निशाने पर बॉलीवुड अभिनेता शक्ति कपूर भी थे। बदमाशों ने शक्ति कपूर के बारे में भी विचार किया था, लेकिन उनकी टोकन मनी अधिक होने के चलते बुकिंग नहीं की।
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने बताया कि फिल्मी कलाकारों को कार्यक्रम कराने के नाम पर बुलाते थे और अपहरण करने के बाद वसूली करते थे। मुश्ताक और सुनील से उन्होंने फिरौती वसूली, जबकि अभिनेता राजेश पुरी को बुलाकर सेल्फी लेकर छोड़ दिया था।
अरुण बख्शी को दिल्ली में बुलाकर की वसूली
अरुण बख्शी को दिल्ली बुलाकर मामूली वसूली कर छोड़ दिया था। वहीं, शनिवार को अभिनेता मुश्ताक खान बिजनौर पहुंचे और कोतवाली में बयान दर्ज कराए। मुश्ताक खान का 20 नवंबर को अपहरण कर बिजनौर में रखा गया था। उनके मोबाइल से 2.20 लाख की वसूली की गई। उनके मैनेजर शिवम यादव ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा दो दिसंबर को सुनील पाल का अपहरण कर मेरठ और बिजनौर में वसूली की गई थी।
पुलिस लाइन स्थित सभाकक्ष में पत्रकार वार्ता के दौरान अभिनेता के अपहरणकर्ताओं के बारे में जानकारी देते एसपी। जागरण
एसपी अभिषेक झा ने दी जानकारी
शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी अभिषेक झा ने बताया कि अपहरण और फिरौती वसूलने वाले गिरोह में सरगना समेत कुल दस बदमाश हैं। इनमें चार बदमाश पूर्व पार्षद सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की, सबीउद्दीन उर्फ सैबी, अजीम और शशांक को गिरफ्तार किया है। एक आरोपित अर्जुन कर्णवाल मेरठ पुलिस की हिरासत में है। आरोपितों के पास से एक लाख चार हजार रुपये नगद बरामद हुए हैं। गिरोह के सरगना लवी पाल समेत पांच आरोपित फरार हैं।
सार्थक पर हैं केस दर्ज
एसपी ने बताया कि सार्थक पर हत्या समेत 11 केस दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपित कलाकारों को पहले दिल्ली बुलाते थे। यहां से कैब में बुलाकर मेरठ में दिल्ली-दून हाईवे से अगवा कर लेते थे। लवी और उसके साथी अपनी स्कार्पियो और किराए की स्विफ्ट डिजायर से वहां पहुंचते थे। मुश्ताक को लवी पाल ने अपने मकान पर रखा था, जबकि सुनील पाल को स्वयंवर बैंक्वेट हाल में रखा गया था।
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मुश्ताक के मोबाइल से की गई 22 ट्रांजेक्शन
अपहरण के दौरान मुश्ताक खान के मोबाइल से 22 ट्रांजेक्शन की गई। इनमें कुछ फेल भी हो गई थी। आरोपितों ने मुश्ताक के मोबाइल से 25 हजार रुपये कैश मुजफ्फरनगर के एक जनसेवा केंद्र से निकाला था। बाकी रकम से मोबाइल शाप, विशाल ट्रेडर्स से राशन का सामान, न्यू भारत इलेक्ट्रानिक शाप से मिक्सर और हीटिंग राड खरीदी थी।
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