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    चाचा ने 20 लाख की सुपारी देकर कराई सगे भतीजे की हत्या, मामले से आरोपित का महिला की आवाज निकालने से भी है कनेक्शन

    By Birendra Kumar Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Thu, 25 Dec 2025 06:41 PM (IST)

    Bijnor News : बिजनौर में एक चाचा ने 20 लाख रुपये की सुपारी देकर अपने भतीजे की हत्या करवा दी। आरोप है कि आरोपित ने एक महिला की आवाज निकालकर भतीजे को मौ ...और पढ़ें

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    पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता में हत्यारोपितों के बारे में जानकारी देते एएसपी सिटी। सौ. पुलिस


    जागरण संवाददाता, बिजनौर। समीर की हत्या उसके सगे चाचा और चचेरे भाइयों ने 20 लाख की सुपारी तय कर भाड़े पर कराई थी। चाचा अपनी बेटी के साथ प्रेम संबंध होने और मना करने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ने पर समीर से नाराज था। पुलिस ने पिता-पुत्रों समेत चार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित बड़ा ठेकेदार व राजमिस्त्री है। हत्या करने वाले तीन सुपारी किलर अभी फरार है। उनकी तलाश की जा रही है।

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    किरतपुर के मुहल्ला अहमद खेल निवासी 25 वर्षीय समीर पुत्र दिलशाद का शव 21 दिसंबर को नजीबाबाद क्षेत्र में हरिद्वार-काशीपुर हाईवे पर जलालाबाद के पास मिला था। युवक की गला घोंटकर हत्या की गई थी। मृतक के पिता दिलशाद ने अपने भाई ठेकेदार रफीक, उसके बेटे राहत व रफत पर हत्या का शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने गुरुवार को हत्याकांड का राजफाश कर दिया है।

    गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में डा. एएसपी सिटी डा. कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया कि समीर की हत्या में रफीक, राहत और रफत निवासीगण मुहल्ला अहमद खेल कस्बा किरतपुर व अरशद पुत्र राशिद निवासी मुहल्ला मुगलूशाहर नजीबाबाद को गिरफ्तार किया है। वहीं दिल्ली के के सीलमपुर निवासी जैनुल, संभल निवासी आरिफ व मुरादाबाद निवासी सलीम फरार है।

    एएसपी सिटी ने बताया कि समीर ने अपने चाचा की बेटी को प्रेम प्रसंग में फंसा लिया था। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। कई बार समीर को समझाया। विवाद बढ़ने पर इस बात को लेकर समीर का किरतपुर थाने से शांतिभंग में चालान हुआ और जेल गया। वह अब नहीं मान रहा था। युवती की शादी की बात करने पर रिश्ता छुड़वाने का प्रयास करता था। उसकी हरकत से परेशान होकर रफीक ने सात महीने पहले जैनुल से संपर्क किया।

    जैनुल झाड़-फूंक का काम करता था। जैनुल ने आश्वासन दिया कि वह समीर का ब्रेनवाश कर देता या फिर उसे रास्ते से हटा देगा। इस कार्य के लिए उसने 20 लाख रुपये की सुपारी लेने तय किया। रफीक ने तीन लाख नकद व दो लाख उसके खाते में दे दिए। जैनुल ने अपने दोस्त अरशद, आरिफ व सलीम को योजना में शामिल कर लिया।

    20 दिसंबर की रात को एक युवती से मिलने की झांसा देकर उसे नजीबाबाद में बुलाया। कार में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हादसा दर्शाने के लिए शव को हाईवे पर पर फेंक दिया। सीओ नितेश कुमार ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त कार और समीर का टूटा मोबाइल बरामद कर लिया गया है। फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।

    महिला की आइडी बनाकर फंसाया समीर

    जैनुल काफी शातिर है। वह महिला की आवाज निकाल लेता है। उसने एक महिला के नाम से इंस्टाग्राम आइडी बनाई। तीन महीने पहले से मैसेज भेकर समीर से दोस्ती कर ली। आए दिन समीर को इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजने लगा और बात करने लगा। घटना की रात समीर घर पर अकेला था।

    उसका पूरा परिवार बेगावाला एक कार्यक्रम में शामिल होने आया था। इसी दिन महिला बनकर जैनुल ने उससे नजीबाबाद में मिलने का वायदा कर लिया था। योजना के तहत अरशद अपनी कार लेकर नजीबाबाद पहुंच गया। जैनुल, आरिफ व सलीम भी कार में बैठ गए। इसी बीच समीर वहां पहुंच गया। उन्होंने समीर महिला ने मिलने के बहाने कार में बैठा लिया। कार में ही गला-घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद अरशद ने तीनों को नूरपुर छोड़ दिया और घर आ गया।