स्कूल में नमाज और तिरंगा बना केक काटने का विरोध करती थी आत्महत्या करने वाली अनुदेशक, वीडियो वायरल
Bijnor News बिजनौर में अनुदेशक आरती की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। वायरल वीडियो में शिक्षिका पर तिरंगे का केक काटने और छात्राओं को नमाज पढ़ाने का आरोप है। अनुदेशकों ने बीएसए कार्यालय पर धरना दिया और कार्रवाई की मांग की। इंचार्ज अध्यापिका ने आरोपों का खंडन किया है। बीएसए ने जांच का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, बिजनौर। चार दिन पूर्व अनुदेशक आरती की आत्महत्या के मामले में स्कूल की ही एक मुस्लिम शिक्षिका को लेकर वीडियो वायरल हुआ है। जिसे आत्महत्या से पहले अनुदेशक ने ही कुछ समय पूर्व बनाया था। इसमें शिक्षिका द्वारा स्कूल में तिरंगे का केक काटने और इंचार्ज अध्यापिका द्वारा स्कूल में नमाज पढ़ने व बालिकाओं को नमाज पढ़ाने की भी बात स्वीकारी गई है। प्रकरण में अनुदेशकों ने बीएसए कार्यालय में धरना दिया और कार्रवाई की मांग की। हालांकि अनुदेशक द्वारा आत्महत्या के मामले में उनके स्वजन ने कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की है।
29 सितंबर को फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
पूर्व माध्यमिक विद्यालय नजीबाबाद में अनुदेशक गांव हुकूमतपुर केशो निवासी आरती ने गत 29 सितंबर को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मौत के बाद अनुदेशक का 13 अगस्त को लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
इंचार्ज अध्यापिका के पति के साथ-साथ बहन भी इसी स्कूल में कार्यरत
पत्र में आरती ने स्कूल की इंचार्ज अध्यापिका शहनाज जबीं और उनकी बहन सहायक अध्यापिका शाहजहां परवीन द्वारा स्कूल में उत्पीड़न का आरोप लगाया था। शहनाज के पति मोबीन हसन भी स्कूल में शिक्षक हैं। मामले में अब तीन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। ये वीडियो आरती द्वारा ही बनाए गए बताए जा रहे हैं।
एक वीडियो में दो छात्राएं स्कूल की शिक्षिकाओं पर ट्यूशन के बहाने घर बुलाकर टायलेट साफ कराने व पोंछा लगवाने की बात कह रही हैं। जबकि दूसरे वीडियो में एक शिक्षिका विनजमा स्कूल में 15 अगस्त को तिरंगा बना केक काटने और इंचार्ज अध्यापिका द्वारा स्कूल परिसर में छात्राओं को नमाज पढ़ाने की बात स्वीकार कर रही हैं।
इस मामले में परिषदीय अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन के सदस्यों ने शुक्रवार को बीएसए कार्यालय में धरना दिया। धरने में जिलाध्यक्ष संदीप सिंह, सचिन कुमार, मोनू सिंह, विनीत शर्मा, कुलदीप सिंह व सोनिया उपस्थित रहे।
परिषदीय अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संदीप सिंह ने कहा कि अनुदेशक आरती ने ही मुझे अपने द्वारा बनाए वीडियो को दिया था। मैंने इस प्रकरण में शिक्षिकाओं से वार्ता भी की थी। मामले में जांच करके कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
स्कूल में नमाज नहीं पढ़वाई जाती: इंचार्ज अध्यापिका
इंचार्ज अध्यापिका शहनाज जबीं ने कहा कि स्कूल में नमाज नहीं पढ़वाई जाती। बच्चे शुक्रवार को स्कूल नहीं आते थे। इसलिए उन्हें पांच घंटे की पढ़ाई के लिए बुलाया जाता था और नमाज के समय जल्दी भेज देते थे। स्वतंत्रता दिवस पर सभी बच्चे तिरंगे जैसे कपड़े पहनकर आए थे और केक भी वे ही लाए थे। हो सकता है तब कुछ हो गया हो।
मामले में कराई जाएगी जांच: बीएसए
बीएसए सचिन कसाना का कहना है कि इस मामले में अनुदेशक आरती के स्वजन ने कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की है। वे विभाग के अधिकारियों का भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। फिर भी मामले को दिखवाया जा रहा है। मामले में जांच कराई जाएगी।
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