बिजनौर के जैन फार्म में मार्निंग वाक को पहुंचे लोग रह गए हैरान, आम के पेड़ पर लटका था युवा एमआर का शव
Bijnor News बिजनौर में एक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव अमित कुमार वर्मा का शव नजीबाबाद रोड स्थित जैन फार्म में आम के पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आत्महत्या की आशंका जताई है। मृतक के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, बिजनौर। मेडिकल रिप्रजेंटेटिव (एमआर) का शव शुक्रवार को नजीबाबाद रोड स्थित जैन फार्म में आम के पेड़ पर लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने आत्महत्या की संभावना जता रही है। मामला घरेलू कलह का सामने आ रहा है।
शहर के मंडावर रोड स्थित भरत विहार कालोनी निवासी 35 वर्षीय अमित कुमार वर्मा का शव जैन फार्म में आम के पेड़ पर लटका मिला। शुक्रवार सुबह लोग टहलने के लिए जैन फार्म में पहुंचे तो उन्होंने शव लटका देखा। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मृतक की पहचान होने के बाद स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। शव आम के पेड़ की शाखा पर रस्सी के सहारे लटका था और पैर जमीन पर टिके के थे। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया दिया। अमित एमआर थे। परिवार में पत्नी, छह और तीन साल के दो बेटे हैं। पत्नी बच्चों के साथ मायके में नूरपुर गई थी।
मौत की खबर पर स्वजन में कोहराम मच गया है। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस का कहना है कि मामला आत्महत्या है। वह रात के समय घर से निकले थे। अमित तीन भाइयों में मझले थे। घर पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शहर कोतवाल धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या है। घरेलू विवाद सामने आ रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
42 घंटों बाद मिले रामगंगा में डूबे भाइयों के शव
संवाद सूत्र, भूतपुरी (बिजनौर)। उत्तराखंड के जसपुर के मुहल्ला नत्थन सिंह निवासी दो सगे भाई 36 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार व छोटा भाई 34 वर्षीय विजेंद्र कुमार पुत्रगण करन सिंह मंगलवार शाम मुहल्लेवासियों के साथ
रामगंगा नदी के पुल के नीचे स्थित रामगंगा नदी में मूर्ति विसर्जित करने जा रहे थे। इसी दौरान पानी की तेज धारा की चपेट में आकर धर्मेंद्र व विजेंद्र दोनों बह गए थे। पुलिस ने मुरादाबाद से पीएसी की गोताखोर टीम बुलाई थी, तभी उसे उनकी तलाश जारी थी। गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे 42 घंटों बाद दोनों भाइयों के शव घटना स्थल से लगभग तीन किलोमीटर दूर नदी किनारे झाड़ियों में फंसे मिले।
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