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    यूपी के इस जिले में पुलिस ने ऊर्जा निगम के तीन अधिकारियों को हिरासत में लिया, फिर खुला जाम, यह था कारण

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 07:00 AM (IST)

    Bijnor News बिजनौर के गांव असदपुर धमरोली में करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई जिसके बाद ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। पुलिस ने तीन अधिकारियों को हिरासत में लेकर जाम खुलवाया और मामला दर्ज किया।

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    जाम के दौरान अधिकारियों से वार्ता करते ग्रामीण

    संवाद सूत्र, जागरण, नूरपुर (बिजनौर)। चारा लेने गए किसान की खेत में खड़े विद्युत पोल के स्टैग में आ रहे करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। ऊर्जा निगम के अधिकारियों को बुलाने की मांग को लेकर भाकियू ने ग्रामीणों के साथ बिजनौर-मुरादाबाद हाईवे पर जाम लगा दिया। लगभग ढाई घंटे बाद पुलिस ने विभागीय अधिकारियों को हिरासत में लेकर जाम खुलवाया।

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    शुक्रवार की सुबह गांव असदपुर धमरोली निवासी 48 वर्षीय वीरेंद्र चौहान अपने खेत से चारा लेने के लिए गए थे। खेत में खड़े विद्युत पोल को रोकने के लिए लगाए स्टैग के तार में आ रहे करंट की चपेट में आने से वह खेत में गिर गए। काफी समय बाद भी किसान के घर न लौटने पर उनके पुत्र अंकित एवं अनिल खेत पर पहुंचे तो वीरेंद्र उन्हें विद्युत पोल के पास अचेत अवस्था में मिले। स्वजन उन्हें नूरपुर के एक निजी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।

    घटना का पता लगते ही भाकियू के ब्लाक अध्यक्ष अमरपाल चौधरी किसानों के साथ मृतक के घर पहुंचे तथा मृतक के स्वजन से वार्ता के बाद विद्युत अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। दो घंटे बाद भी जब अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो स्वजन ने ग्रामीणों के साथ मिलकर शव हाईवे पर रख कर जाम लगा दिया।

    एसडीएम नितिन तेवतिया, सीओ देश दीपक एवं एसडीओ विद्युत नवरत्न राम मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। जिससे ढाई घंटे तक जाम लगा रहा। एसडीएम, सीओ एवं अधिशासी अभियंता के बीच हुई वार्ता के बाद अधिशासी अभियंता अनूप मिश्रा ने मृतक के स्वजन को विभागीय सहायता के रूप में शासन से पांच लाख रुपये दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण विभाग से त्वरित सहायता राशि दिलाने की मांग पर अड़ गए। मामला सुलझते न देख उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने अधिशासी अभियंता अनूप मिश्रा, एसडीओ नवरत्न राम एवं अवर अभियंता अमोल मिश्रा को हिरासत में लेने के बाद जाम खुलवाया और शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। धरना देने वालों में मोनू चौधरी, लक्ष्मीकांत शर्मा, प्रशांत चौधरी, अशोक धनकड़, कफील सैफी व देवेंद्र चौधरी शामिल रहे।

    उधर, पुलिस ने मृतक के पुत्र अंकित की तहरीर पर अधिशासी अभियंता, एसडीओ एवं अवर अभियंता के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया है। पुलिस ने जाम स्थल से ही तीनों को हिरासत में ले लिया था। प्रभारी निरीक्षक जयभगवान सिंह ने तीनों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, देर रात तक थाने पर विद्युत विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी जुटे रहे।