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    बिजनौर के अनुपम ने मांगा था जन्म प्रमाण पत्र, घर भेज दिया उनका मृत्यु प्रमाण पत्र, अब जिम्मेदार पर गिरी गाज

    Updated: Mon, 25 Aug 2025 08:38 PM (IST)

    Bijnor News बिजनौर में एक व्यक्ति ने जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। दैनिक जागरण में समाचार के प्रकाशन के बाद शासन ने इस ओर ध्यान देते हुए डीएम को कार्रवाई के आदेश दिए। जांच टीम ने वीडीओ को दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया। साथ ही गलत मृत्यु प्रमाण पत्र भी रद कर दिया गया।

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    बिजनौर के विकसित कालोनी जयनगर निवासी अनुपम अग्रवाल

    जागरण संवाददाता, बिजनौर। प्रशासनिक कार्य प्रणाली में कितनी लापरवाही बरती जाती है, इसकी बानगी देखें कि ग्राम पंचायत तातरपुर लालू निवासी अनुपम ने अपना जन्म प्रमाण पत्र मांगा था, जिसके सापेक्ष पंचायत ने उनका मृत्य प्रमाण पत्र बनाकर घर भेज दिया।

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    ग्राम पंचायत विकास अधिकारी का सहायक आवेदक अनुपम के घर मृत्यु प्रमाणपत्र लेकर पहुंचा। इस मामले में पीड़ित के स्वजन ने बीडीओ और एसडीएम से शिकायत कर प्रकरण की जांच कराकर आरोपितों पर विधिक कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस मामले को शासन ने संज्ञान लिया। डीएम के आदेश पर गठित टीम ने कुछ घंटों में ही जांच पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी। जिसके आधार पर संबंधित ग्राम विकास अधिकारी को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया। साथ ही जारी प्रणाम पत्र रद कर दिया गया। शासन ने दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित खबर का संज्ञान लिया और कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।

    दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर की गूंज लखनऊ तक पहुंची

    दैनिक जागरण में नजीबाबाद ब्लाक के ग्राम तातारपुर लालू में विकसित कालोनी जयनगर निवासी अनुपम अग्रवाल का जन्म के स्थान पर मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए जाने की खबर की गूंज सोमवार को लखनऊ तक पहुंच गई। अधिकारियों के निर्देश पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग लखनऊ ने प्रकरण में कार्रवाई किए जाने से संबंधित निर्देश दिए। डीएम जसजीत कौर ने प्रकरण की जांच डीडीओ रचना गुप्ता को सौंपी।

    डीडीओ ने जांच टीम गठित करते हुए नजीबाबाद बीडीओ, एडीओ पंचायत, एडीएम कृषि और एडीएम आइएसबी से जांच रिपोर्ट तलब की। जांच टीम ने कुछ घंटों में जांच पूरी कर रिपोर्ट डीडीओ को सौंप दी। जांच में सामने आया कि वीडीओ कुलवीर सिंह ने बिना अभिलेखों की जांच करे पीड़ित अनुपम का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया। जांच में पूरी तरह से वीडीओ को दोषी माना गया और कार्रवाई की संस्तुति की गई। उधर, अधिकारियों ने जारी किया गया मृत्यु प्रमाणपत्र निरस्त कर दिया। सोमवार शाम संबंधित वीडीओ कुलवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया और विभागीय जांच शुरू कर दी गई।

    यह है मामला

    अनुपम ने एक माह पहले ब्लाक कार्यालय में जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था। 12 अगस्त को विकास खंड कार्यालय से अनुपम को मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। जारी प्रमाणपत्र में अनुपम की मृत्यु की तिथि पांच अगस्त दर्शाई गई थी। पीड़ित ने एडीओ, बीडीओ और एसडीएम से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई थी।