पत्नी पर करता था कमेंट, इसलिए दोस्त ने कर दी युवक की हत्या, देहरादून निवासी आरोपित गिरफ्तार
Bijnor News : बिजनौर में हुूई सुरेंद्र कुमार की हत्या का राजफाश हो गया है। नजीबाबाद पुलिस ने हत्यारोपित संदीप कुमार को गिरफ्तार किया। आरोपित ने बताया ...और पढ़ें

पुलिस गिरफ्त में हत्यारोपित। जागरण
जागरण संवाददाता, बिजनौर। नांगल क्षेत्र के गांव हरचंदपुर निवासी सुरेंद्र कुमार की हत्या उसके देहरादून निवासी साथी ने की थी। शुक्रवार को नजीबाबाद पुलिस व स्वाट टीम ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि वह उसकी पत्नी पर अक्सर अभद्र टिप्पणी करता था। इस बात से गुस्सा होकर उसने हत्या की। आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में एएसपी सिटी डा. कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया कि नजीबाबाद थाना क्षेत्र में हरिद्वार-काशीपुर हाईवे के निर्माणाधीन बाईपास पर जलालाबाद के पास खाली प्लाट में 21 दिसंबर को एक युवक का शव मिला था। युवक के शव की पहचान नांगल थाना क्षेत्र के हरचंद्रपुर निवासी सुरेंद्र कुमार के रूप में हुई थी। सुरेंद्र एक दशक से अधिक समय से परिवार के साथ देहरादून के डालनवाला में रह रहा था।
मृतक के भाई सत्यपाल ने अज्ञात के खिलाफ नजीबाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में संदीप कुमार निवासी नाला पानी रोड थाना डालनवाला, देहरादून को गिरफ्तार किया। आरोपित देहरादून सचिवालय में आउटसोर्सिंग पर सफाईकर्मी है। संदीप ने बताया कि वह सुरेंद्र के पड़ोस में रहता है और उसका मित्र था। सुरेंद्र से उसने 70 हजार रुपये उधार ले रखे थे। जब दोनों साथ बैठते थे, तो उसी समय सुरेंद्र उसकी पत्नी पर अश्लील टिप्पणी करता था।
सुरेंद्र एक पुराने केस में जमानत पर छूटा था। इसलिए वह दबंगई भी दिखाता था। उसके व्यवहार से तंग आकर उसकी हत्या की योजना बनाई। बहाने से वह सुरेंद्र को नजीबाबाद क्षेत्र में लाया और उसकी हत्या कर दी। पुलिस टीम में सीओ नितेश कुमार सिंह, स्वाट प्रभारी सचिन मलिक, सुनील कुमार, प्रभारी निरीक्षक राहुल कुमार व राजीव खोखर शामिल रहे।
भाई को रूड़की में मोबाइल फोन देकर बस से मंडावली आया संदीप
बताया गया कि हत्यारोपित ने शातिराना अंदाज में ऐसे योजना बनाई कि जिससे वह पकड़ा न जाए। संदीप को पता चला कि सुरेंद्र 21 दिसंबर को गिरवी रखी बाइक गांव में देने जाएगा। उसने सुरेंद्र से कहा कि वह भी उसके साथ गांव जाएगा। वह सीधे उसे मंडावली मिलेगा। योजना के मुताबिक घटना के दिन संदीप पहले रूड़की में अपने भाई निखिल के पास पहुंचा। उसे अपना मोबाइल फोन उसे दे दिया और कहा कि कुछ देर में आकर ले लूंगा। इसके बाद वह सीधे हरिद्वार से रोडवेज बस से मंडावली पहुंच गया।
तय कार्यक्रम के अनुसार दोनों की मुलाकात मंडावली में हुई। सुरेंद्र गांव जाने से पहले संदीप को लेकर बाइपास पर स्थित अपने चाचा के एक प्लाट पर चला गया। सुरेंद्र शराब खरीद कर लाया और दोनों ने पी। अंधेरा होने पर संदीप ने मौका देखकर ईंट से उसके सिर पर वार किया। उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसकी जैकेट खून से सन गई। जैकेट को धोने के बाद उसे जलाने की तैयारी कर रहा था। तभी पुलिस वहां पहुंच गई। जैकेट और बाइक छोड़कर फरार हो गया। सीओ नितेश कुमार सिंह ने बताया कि टिकट और सीसीटीवी फुटेज से हत्याकांड में अहम जानकारी मिली है।
पहचान छिपाने के लिए खरीदा हुड
पुलिस के अनुसार आरोपित ने बचने के लिए पूरी प्लानिंग तैयार की। उसे पता था कि मोबाइल फोन बंद करने पर शक के घेरे में आ जाएगा। पुलिस के शक से बचने के लिए मोबाइल फोन अपने भाई को दिया। उसे बंद नहीं किया। जिससे मोबाइल फोन की लोकेशन रूड़की आए। चेहरा छिपाने के लिए एक हुड और जूते खरीदे। हुड सिर पर डालने के बाद चेहरा सीसीटीवी कैमरे में स्पष्ट नहीं दिखाई दे। पुलिस व स्वाट टीम की जांच में सबकुछ स्पष्ट हो गया.

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