जिले में 54 लेखपालों के तहसील क्षेत्र में बदलाव
जिले के बस्ती भानपुर और हर्रैया तहसील में लंबे समय से जमे 54 लेखपालों केतहसील क्षेत्र में बदलाव किया गया है।

जिले में 54 लेखपालों के तहसील क्षेत्र में बदलाव
बस्ती: जिले के बस्ती, भानपुर और हर्रैया तहसील में लंबे समय से जमे 54 लेखपालों के तहसील क्षेत्र में बदलाव किया गया है। इनमें सदर तहसील के 19, भानपुर के 11 व हर्रैया के 24 लेखपाल शामिल हैं।
सदर तहसील के संजय कुमार श्रीवास्तव, मनोज कुमार उपाध्याय, सुरेश पटवा, रामजीत, देवेंद्र पाल, शंकर, विजय कुमार श्रीवास्तव, महेंद्र प्रताप सिंह, मुरली मनोहर,जमील अहमद, इंद्रजीत, ईश्वरचंद्र श्रीवास्तव, सियेश लाल, सुनील त्रिपाठी, अजय कुमार श्रीवास्तव, रामनरेश, दिलीप कुमार श्रीवास्तव, हरिशंकर गौड़, विनय कुमार त्रिपाठी को हर्रैया तहसील भेजा गया है। भानपुर तहसील के कृष्णचंद्र, रवि चंद्र श्रीवास्तव, श्याम लाल, बालकृष्ण उपाध्याय, रणवीर सिंह, सुनील कुमार, संजय निषाद, मोहित श्रीवास्तव, विनोद कुमार, धर्मराज चक्रवर्ती व संजय गौतम को हर्रैया तहसील भेजा गया है। हर्रैया तहसील में तैनात रहे सतीशचंद्र, पंकज श्रीवास्तव, मो. हबीबुर्रहमान, रामसहाय को बस्ती सदर तहसील में स्थानांतरित किया गया है। हर्रैया से ही अरविंद कुमार, जगतनरायन सिंह, कृष्ण गोपाल पांडेय, ओमप्रकाश, शिवनरायन, अवधेश कुमार श्रीवास्तव, यादवेंद्रनाथ यादव, मनोज कुमार शुक्ल, भोला नाथ पांडेय,प्रवीन श्रीवास्तव, रामकल्प वर्मा, रामसुमेर, राजकुमार मिश्र, रजनीश यादव, ज्ञान चंद्र मिश्र, सुशील कुमार मिश्र, सूर्यदत्त चौधरी, दीनदयाल, लक्ष्मीकांत पांडेय, अशरफीलाल को भानपुर भेजा गया है।
कानपुर हिंसा का आरोपित जावेद,बस्ती जेल में शिफ्ट
कानपुर नई सड़क हिंसा का आरोपित 46 वर्षीय जावेद अहमद खान पुत्र इम्तियाज़ मुहम्मद खान को शासन के आदेश पर ज़िला कारागार बस्ती में शिफ़्ट किया गया। सुरक्षा कारणों से उसे बंदी रक्षकों की कड़ी निगरानी में कोरेंटाइन बैरक में रखा गया है। जेल प्रशासन के अनुसार अभी उसकी किसी से मुलाक़ात नहीं हुई है, न ही कोई व्यक्ति उससे मिलने अभी तक आया है। रविवार की पहली रात उसने अपने बैरक में करवटें बदलकर बितायी। उसे देर रात तक नींद नहीं आयी।
शासन ने कानपुर नई सड़क हिंसा के मामले में मुख्य आरोपितों समेत आठ उपद्रवियों को दूसरे जेलों में शिफ्ट करने का निर्णय लिया था। उसी कड़ी में सह अभियुक्त जावेद को बस्ती जेल में शिफ्ट किया गया है। नियमत: नए बंदियों को 15 दिन तक कोरेंटाइन बैरक में रखना होता है। ऐसे में उसे भी नए बंदियों के साथ कोरेंटाइन बैरक में रखा गया है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह ने बताया कि जावेद के बैरक की निगरानी बढ़ा दी गई है। अगर उससे कोई मिलने आएगा तो डिप्टी जेलर की मौजूदगी में ही उसकी मुलाक़ात करायी जाएगी। बताया कि जेल में पीसीओ से जहां तक बात कराने का सवाल है, बंदी के द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबर का कानपुर पुलिस से वेरिफ़िकेशन कराने के बाद ही बात करने की अनुमति दी जाएगी।
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