UP में असली ट्रक मालकिन को 7.34 लाख का चूना, 16 बार कटे चालान
उत्तर प्रदेश के बस्ती में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक जालसाज ने फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल कर असली ट्रक मालकिन मंजू देवी को 7.34 लाख ...और पढ़ें

फर्जी नंबर प्लेट लगाकर ट्रक दौड़ा रहे थे जालसाज। जागरण
जागरण संवाददाता, बस्ती। परिवहन विभाग के नियमों की आंखों में धूल झोंककर फर्जी नंबर प्लेट के जरिए ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक जालसाज ने असली ट्रक के नंबर यूपी 51एटी 3549 का इस्तेमाल कर अपने वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई और यातायात नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं।
इस धोखाधड़ी का खामियाजा असली ट्रक मालकिन मंजू देवी निवासी महरीखांवा को भुगतना पड़ा, जिनके नाम पर एक-दो नहीं, बल्कि 16 बार आनलाइन चालान काटे गए, जिनकी कुल राशि 7.34 लाख रुपये तक पहुंच गई। यह चालान जालौन, फतेहपुर व महोबा से किए गए हैं। मामले का खुलासा तब हुआ जब ट्रक की मालकिन अपने वाहन से संबंधित फिटनेस प्रमाण के लिए परिवहन विभाग (आरटीओ) के पोर्टल पर गईं।
वहां उन्हें पता चला कि उनका ट्रक ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है। जब उन्होंने विवरण खंगाला, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनके ट्रक के नंबर पर लाखों रुपये के चालान लंबित थे। चौंकाने वाली बात यह थी कि जिस वक्त के चालान दिखाए जा रहे थे, उस समय उनका असली ट्रक या तो गैरेज में खड़ा था या किसी खाद्य व रसद विभाग के खाद्यान्न की सप्लाई में चल रहा था। फर्जी नंबर प्लेट के जरिए न केवल राजस्व की चोरी की जा रही थी, बल्कि निर्दोष वाहन स्वामिनी को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
तकनीक का सहारा लेकर की गई धोखाधड़ी
जांच में सामने आया है कि जालसाजों ने असली ट्रक के नंबर और दस्तावेजों की जानकारी जुटाकर ठीक वैसी ही दिखने वाली फर्जी नंबर प्लेट तैयार की थी। लोकेशन का अंतर मिला। चालान उन रास्तों पर काटे गए थे जहां असली ट्रक कभी गया ही नहीं।
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सीसी कैमरा फुटेज की जांच करने पर पता चला कि फर्जी ट्रक का माडल और रंग असली ट्रक से मिलता-जुलता था, वह ट्रक भी बस्ती जिले के नंबर यूपी 51 बीटी 8421 पर पंजीकृत है ताकि पकड़े जाने का खतरा कम रहे।
कोतवाली थाने में मामला दर्ज
ट्रक मालकिन पहले निदेशक खनन को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की गुहार की, उसके बाद संबंधित थाने में मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने जालसाजी, धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शहर कोतवाल दिनेश चन्द्र चौधरी ने बताया कि अब उन टोल प्लाजा और सीसी कैमरों की फुटेज खंगाली रही है जहां-जहां ये चालान कटे हैं, ताकि फर्जी ट्रक और उसके चालक की पहचान की जा सके।

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