Newborn found in Bushes: बिना ब्याही मां ने दिया था बच्चे को जन्म, बोरे में भरकर झाड़ियों में फेंक गई थी नानी
बिन ब्याही मां की उम्र 16 वर्ष है। एक रिश्तेदार से उसका प्रेम प्रसंग था। पिछले वर्ष वह गर्भवती हुई स्वजन को जब तक जानकारी हुई देर हो चुकी थी। किशोरी की मां ने बताया कि पिता से छिपाने के लिए उसे घर के अंदर ही रखा।
बरेली, जेएनएन। इज्जतनगर क्षेत्र में फेंके गए नवजात की मां का पता चल गया। वह एक किशोरी है। बिना ब्याह गर्भवती हुई तो घर में प्रसव करा नानी उसके नवजात को फेंक आई थी। बुधवार को सीसीटीवी कैमरों के सहारे पुलिस उस परिवार तक पहुंच गई। उसे बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष बुलाया गया, जहां उसने घटनाक्रम बताया। बच्चे की परवरिश के लिए उसकी नानी उसे मांग रही थी, लेकिन सीडब्ल्यूसी ने सिर्फ माता-पिता को ही बच्चा सौंपने की बात कही है।
बिन ब्याही मां की उम्र 16 वर्ष है। एक रिश्तेदार से उसका प्रेम प्रसंग था। पिछले वर्ष वह गर्भवती हुई, स्वजन को जब तक जानकारी हुई, देर हो चुकी थी। किशोरी की मां ने बताया कि पिता से छिपाने के लिए उसे घर के अंदर ही रखा। चाइल्ड लाइन टीम के अनुसार, 11 जून को किशोरी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो उसकी मां ने घर पर खुद ही उसकी डिलीवरी कराई और बच्चे को बोरे में बंद कर झाड़ियों में फेंक दिया। बच्चे की नानी ने बताया कि उन्होंने लोक-लाज के भय से ऐसा किया था। बच्चे के माता-पिता को भी बुलाया गया सीडब्ल्यूसी ने नवजात को नानी के हवाले करने से स्पष्ट मना कर दिया है। उनका कहना है कि बच्चे के माता-पिता को बुलाकर उसे उन्हीं के हवाले किया जाएगा।
मां से पूछा जाएगा कि आखिर उसने बच्चे को जन्म देने के बाद क्यों फेंक दिया। उसके बताए गए कारणों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को उनके पहुंचने के बाद ही आगे की कार्रवाई हो सकेगी। नवजात को एसआरएमएस में किया रेफर चाइल्ड लाइन की टीम ने बताया कि बच्चे की हालत ठीक नहीं है। उसे जिला अस्पताल से एसआरएमएस में रेफर कर दिया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। बच्चे के ठीक होने के बाद उसे उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
सीडब्ल्यू सी के अध्यक्ष दिनेश चंद्रा ने कहा कि अभी मां हमारे सामने नहीं आई है, नानी आई थीं। वह बार-बार बयान बदल रही हैं। यदि मां की शादी हो गई है तो माता-पिता दोनों आएंगे, अन्यथा मां को ही बच्चा सौंपा जाएगा।