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    उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों से जेल में मिलवाने वाला इनामी अफसार STF के शिकंजे में

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 03:56 PM (IST)

    उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों से जेल में मिलवाने वाला इनामी अफसार एस टी एफ के शिकंजे में आ गया है. अफसार पर आरोप है कि उसने जेल में शूटरों की मुलाकात क ...और पढ़ें

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    पुलि‍स ग‍िरफ्त में आरोप‍ित

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज, (बरेली)। माफिया अशरफ का करीबी और अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों का मददगार 50 हजार का इनामी अफसार आखिरकार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के हत्थे चढ़ गया। बुधवार सुबह उसे कालका रोड थाना अमर कालोनी (नई दिल्ली) से गिरफ्तार किया गया।

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    पूछताछ में उसने बताया कि बरेली जेल में जब माफिया अरशफ बंद था तो उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों की मुलाकात वह अपनी आइडी पर कराता था। यही नहीं, अपने साथियों के साथ वह माफिया के खिलाफ गवाही देने वालों को धमकाता था। इस अवैध मुलाकात के मामले में बिथरी थाने में प्राथमिकी पंजीकृत की गई थी जिसमें अफसार वांछित था। उसे यहां पर दाखिल किया गया है।

    धूमनगंज थानांतर्गत सुलेमसराय निवासी उमेश पाल की वर्ष 2023 में घर के बाहर गोली व बम मारकर हत्या कर दी गई थी। सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की भी हत्या की गई थी। इसमें माफिया अतीक अहमद, अशरफ समेत कई नामजद हुए थे। पुलिस व एसटीएफ ने कई को मुठभेड़ में मार गिराया था, जबकि कई को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

    जांच में पुलिस को पता चला था कि इस हत्याकांड को अंजाम देने से पहले शूटरों की बरेली जेल में बंद माफिया अशरफ से कई बार मुलाकात हुई थी। उस वक्त अवैध रूप से मुलाकात करने में गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, असद, अरमान, विजय चौधरी उर्फ उस्मान, सदाकत खान आदि का नाम सामने आया था।

    साथ ही अवैध रूप से मुलाकात कराने वालों में जेल वार्डन शिवहरि समेत अन्य सात लोगों का नाम सामने आया। इन सभी के विरुद्ध वर्ष 2023 में साजिश रचने समेत कई गंभीर धाराओं में बिथरी थाने में प्राथमिकी लिखी गई थी। जांच का दायरा और आगे बढ़ा तो मालूम हुआ कि अफसार अहमद निवासी सल्लाहपुर, पूरामुफ्ती अपने आइडी से शूटरों को अशरफ से जेल में मिलवाता था।

    उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। पूछताछ में उसने बताया कि माफिया अशरफ जब बरेली जेल में बंद था तो वह उससे मिलने जाता था। अपनी ही आइडी पर गुड्डू मुस्लिम, साबिर, अजहर, लल्ला गद्दी, अरमान आदि को भी साथ ले जाकर अशरफ से जेल में मुलाकात कराता था।

     

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