काली कमाई का 'भूरा' खेल खत्म, कासगंज के 'बुटी' से चरस लाकर बरेली में बेचता था, पुलिस ने दबोचा
बरेली में पुलिस ने एक चरस तस्कर को गिरफ्तार किया है। यह तस्कर कासगंज के 'बुटी' से चरस लाकर बरेली में बेचता था। पुलिस ने उसे धर दबोचा और उसके खिलाफ कान ...और पढ़ें
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ड्रग तस्करी का आरोपित जाकिर उर्फ भूरा
जागरण संवाददाता, बरेली। कासगंज से चरस खरीदकर बरेली की गलियों में नशा फैलाने वाले तस्कर को बारादरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने स्वीकारा कि वह कासगंज से बुटी नाम के सप्लायर से यह चरस खरीदता है। पुलिस की एक टीम अब बुटी नाम के सप्लायर की जानकारी जुटाने में लगी है। जल्द ही बड़ी सफलता मिल सकती है।
बारादरी पुलिस को सूचना मिली कि, मेडिकल कालेज के पीछे एक तस्कर चरस बेचने की फिराक में हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को पकड़ा और उसकी तलाशी ली। उसके पास से 243 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम कैंट के सदर निवासी जाकिर उर्फ भूरा बताया।
कहा कि वह लंबे समय से यह तस्करी का काम कर रहा है। इससे उसे मोटा मुनाफा होता है। पुलिस ने चरस लाने की बात पूछी तो भूरा ने बताया कि वह कासगंज में बुटी नाम के सप्लायर से चरस खरीदता है। इसके बाद बरेली लाकर फुटकर में लोगों को बेचता है। आरोपित ने बताया कि उसके कई ग्राहक हैं जिन्हें समय और स्थान पता है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
साथ ही बुटी सप्लायर के बारे में जानकारी जुटाने के लिए एक टीम को लगा दिया गया है। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि जल्द ही बुटी सप्लायर को भी पकड़ा जाएगा।
12 की पढ़ाई केे बाद शुरू कर दिया तस्करी का धंधा
फतेहगंज पश्चिमी के सोरहा गांव निवासी प्रमोद मिश्रा ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। मोटी कमाई के लालच में आकर उसने मादक पदार्थों की तस्करी का धंधा अपना लिया। धीरे-धीरे एक गिरोह तैयार किया और बड़े स्तर पर काम शुरू कर दिया। बारादरी पुलिस ने उसे 261 ग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो साथी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने दोनों की तलाश में टीम लगा दी हैं।
बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि, मंगलवार रात उनकी टीम सम्राट अशोक नगर के रास्ते पर गश्त कर रही थी। उसी बीच एक संदिग्ध युवक दिखाई दिया। टीम ने रोककर उससे पूछताछ की तो वह सकपका गया। इसके बाद उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से 261 ग्राम अफीम बरामद हुई।
पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम फतेहगंज पश्चिमी के सोरहा गांव निवासी प्रमोद बताया। कहा कि वह केवल 12 तक पढ़ा है। उसके बाद से तस्करी करने लगा। वह अपने गिरोह के साथी आकाश और धर्मेंद्र के साथ झारखंड से सस्ते दामों में अफीम लाकर महंगे में सप्लाई करते हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपित ने बताया कि जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसके दोनों साथी भी आस-पास में ही थे। पुलिस को देखकर फरार हो गए। पुलिस की एक टीम उनकी तलाश में जुटी है।

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