13 मुकदमे, एक मर्डर और 25 हजार का इनाम... सट्टा किंग जगमोहन उर्फ तन्नू अब सट्टा माफिया घोषित
Bareilly News | बरेली में सट्टा किंग जगमोहन उर्फ तन्नू को सट्टा माफिया घोषित कर दिया गया है। उस पर हत्या समेत 13 मामले दर्ज हैं जिनमें सट्टा खिलाने के आरोप भी शामिल हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने और संपत्ति जब्त करने की तैयारी की है। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है।

जागरण संवाददाता, बरेली। सट्टा किंग जगमोहन उर्फ तन्नू अब सट्टा माफिया घोषित हो गया है। दो वर्ष पहले उसने मुखबिरी के शक में प्रेमनगर थाने के सामने हिस्ट्रीशीटर अजय वाल्मिकी की भी हत्या की थी। उस मामले में भी वह जेल में रहकर आया था।
वह लोगों को सट्टा खिलाने का काम करता था। कई बार कार्रवाई के बाद भी उसने सट्टा खिलाना बंद नहीं किया अब बारादरी थाने में उसे सट्टा माफिया घोषित किया गया है। इसके अलावा तन्नू के विरुद्ध गैंग पंजीकरण की भी कार्रवाई हो चुकी है।
तन्नू के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हैं
तन्नू के विरुद्ध बारादरी थाने में 13 मामले दर्ज हैं। इसमें हत्या, जुआ, सट्टा, बलवा आदि सभी शामिल हैं। इनमें से दो मुकदमों में तन्नू अभी भी वांछित है। एसएसपी की ओर से तन्नू व इसके साथी लालू के विरुद्ध 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया जा चुका है। इसके बाद भी वह पकड़ में नहीं आया। एक तरफ आरोपित की तलाश जारी है तो वहीं दूसरी ओर बारादरी पुलिस ने तन्नू के विरुद्ध सख्ती करना शुरू कर दिया है।
उसके विरुद्ध गैंग पंजीकरण करने के साथ ही बुधवार को उसे सट्टा माफिया भी घोषित कर दिया गया। पुलिस का कहना हैं कि उसकी गिरफ्तारी के बाद कड़ी कार्रवाई उसके विरुद्ध की जाएगी। पुलिस का कहना हैं कि आरोपित के विरुद्ध जल्द ही गैंग्सटर की भी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद उसकी संपत्ति का चिन्हीकरण कर उसे भी जब्त किया जाएगा।
15 जुलाई की शाम की थी हिस्ट्रीशीटर की हत्या
15 जुलाई 2023 की रात नई बस्ती नरकुलागंज निवासी हिस्ट्रीशीटर अजय वाल्मीकि अपने दोस्त लकी के साथ बाइक से डीडीपुरम जा रहा था। वह प्रेमनगर थाने के सामने पहुंचा तो पीछे से बाइक सवार हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अजय की हत्या कर दी थी।
इस मामले में स्वजन की ओर से गंगापुर निवासी विनय, नितिन, राहुल, भगवान स्वरूप उर्फ लाले और जगमोहन उर्फ तन्नू के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी पंजीकृत की गई थी। अजय के स्वजन का आरोप था कि आरोपित तन्नू को यह शक था कि अजय उनके काम की मुखबिरी करता है। जिसकी वजह से हर बार वह पकड़े जाते हैं। इसी लिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी।
तन्नू के विरुद्ध गैंग पंजीकरण की कार्रवाई हो चुकी है। अब उसके विरुद्ध गैंग्सटर की भी कार्रवाई की जाएगी। अभी उसे सट्टा माफिया घोषित किया गया है।
- धनंजय पांडेय, इंस्पेक्टर बारादरी
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