खिलाड़ियों का अकाल: 242 कॉलेजों वाले विश्वविद्यालय में क्रिकेट के लिए नहीं जुटीं टीमें!
बरेली के एक विश्वविद्यालय से एक अनोखी घटना सामने आई है, जहाँ 242 कॉलेजों के बावजूद क्रिकेट खेलने के लिए पर्याप्त खिलाड़ी नहीं मिल रहे हैं। विश्वविद्या ...और पढ़ें

ट्रायल देते खिलाड़ी
जागरण संवाददाता, बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की जा रही अंतर महाविद्यालयी खेल प्रतियोगिताओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। विश्वविद्यालय से 242 कालेज संबद्ध होने के बावजूद मैदानों पर खिलाड़ियों का टोटा नजर आ रहा है।
मंगलवार को बरेली कालेज में आयोजित होने वाली अंतर महाविद्यालयी महिला क्रिकेट प्रतियोगिता इसका ताजा उदाहरण बनी, जहां पर्याप्त टीमें न पहुंचने के कारण मैच का आयोजन ही नहीं हो सका। खिलाड़ियों का ट्रायल लेकर चयन किया गया। बरेली कालेज के खेल मैदान पर महिला क्रिकेट टीमों के बीच मुकाबला होना था।
आयोजन स्थल पर प्रतिभागियों की संख्या इतनी कम रही कि मैच कराना संभव नहीं हो पाया। ऐसे में आयोजकों ने मौजूद कुछ गिने-चुने खिलाड़ियों का ट्रायल लेकर औपचारिकता पूरी की। प्रतियोगिताओं की बदहाली कालेजों की खेल के प्रति उदासीनता दर्शाती है, जहां खिलाड़ियों को भेजने और उनकी तैयारी पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह विश्वविद्यालय की खेल नीतियों और कालेजों की जवाबदेही पर भी सवाल खड़े करती है।
दोपहर एक बजे हुआ ट्रायल
प्रतियोगिता में जीएफ कालेज शाहजहांपुर, आर्य महिला कालेज शाहजहांपुर, साहू राम स्वरूप महिला कालेज, एसएस कालेज शहाजहांपुर, रुवि परिसर के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इसमें बरेली कालेज की टीम के अतिरिक्त किसी भी महाविद्यालय की पूरी टीम नहीं थी। ऐसे में प्रशिक्षक व अन्य खिलाड़ी काफी देर इंतजार करते रहे, दोपहर एक बजे ट्रायल कराया जा सका।
चयनित नार्थ जोन प्रतियोगिता में लेंगे हिस्सा
क्रीड़ा सचिव विवेक डागर ने बताया, ट्रायल के दौरान चयनित टीम नार्थ जोन प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। शुभारंभ प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश राय ने सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करके किया। खेल विशेषज्ञ माजिद हुसैन व पर्यवेक्षक के रूप में डा. प्रीति वर्मा रहीं। इस दौरान टीम मैनेजर डा. काशिफ नईम, धर्मेंद्र शर्मा, शिखा, प्रो. इंदीवर सिंह चौहान, डा. अमित चिकारा आदि उपस्थित रहे।
अंतर महाविद्यालयी प्रतियोगिता के लिए कम से कम पांच टीमों का होना जरूरी है। क्रिकेट की एक टीम में 15 खिलाड़ी होने चाहिए, इससे कम होने पर ट्रायल कराया जाता है। खेलों में कालेजों के खिलाड़ियों की रुचि कम है, इसे बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अब विश्वविद्यालय परिसर में क्रिकेट स्टेडियम तैयार हो चुका है, जिसमें संबद्ध कालेजों के खिलाड़ी भी अभ्यास कर सकेंगे।
- प्रो. एसएस बेदी, क्रीड़ा सचिव, रुहेलखंड विश्वविद्यालय
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