यूपी में नेशनल हाईवे पर 8 माह में इतने लोगों की गई जान, आंकड़े जान चकरा जाएगा सिर
रुहेलखंड मंडल में सड़क दुर्घटनाएं चिंताजनक हैं। आठ महीनों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 709 दुर्घटनाएँ हुईं जिनमें 407 लोगों की जान गई। बरेली में सबसे अधिक दुर्घटनाएँ हुईं। यातायात नियमों का उल्लंघन रोकने के लिए चेकिंग अभियान चल रहा है। सड़क सुरक्षा समितियों का गठन कर जन जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, बरेली। रुहेलखंड मंडल में सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए निरंतर प्रयास तो हो रहे हैं, लेकिन हादसे थम नहीं रहे हैं। पिछले आठ महीने में 709 दुर्घटनाएं सिर्फ नेशनल हाईवे पर हुई हैं, जिनमें 407 लोगों की जान चली गई और 411 लोग घायल हुए हैं।
यातायात नियमों का उल्लंघन रोकने के लिए चेकिंग अभियान तो चलाया जा रहा है। अब ग्राम स्तर तक सड़क सुरक्षा समितियों का गठन कर जन जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया जा रहा है।
परिवहन विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार बरेली जिले में एक जनवरी से 31 अगस्त के बीच सबसे अधिक 120 दुर्घटनाएं नेशनल हाईवे पर हुईं, जिनमें 55 लोगों की जान चली गई और 106 लोग घायल हुए हैं।
पीलीभीत में नेशनल हाईवे पर 207 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 120 लोगों की मौत हो गई, जबकि 176 लोग घायल हुए हैं। इसी तरह शाहजहांपुर में नेशनल हाईवे पर आठ माह में 380 हादसे हुए हैं, जिनमें 202 लोगों की जान चली गई, जबकि 282 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बदायूं में 66 दुर्घटनाओं में 37 लोगों की मौत हुई, जबकि 72 लोग घायल हुए हैं।
स्टेट हाईवे की बात करें तो इस अवधि में बरेली जिले में 81 दुर्घटनाओं में 44 लोगों की मौत हुई है, जबकि 73 लोग घायल हुए हैं। पीलीभीत में महज पांच हादसे हुए जिनमें पांच की मौत हुई और तीन लोग घायल हुए। शाहजहांपुर में 154 दुर्घटनाओं में 73 लोगों की जान चली गई और 113 लोग घायल हुए हैं।
बदायूं में 221 सड़क हादसों में 155 लोगों की मौत हुई, जबकि 182 लोग घायल हुए हैं। जिला मार्गों की बात करें तो बरेली में 432 सड़क हादसों में 198 लोगों की मौत हुई, जबकि 400 लोग घायल हुए हैं। पीलीभीत में 113 दुर्घटनाओं में 65 की जान गई, जबकि 77 लोग घायल हुए।
शाहजहांपुर में 68 दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 30 लोगों की मौत हुई है और 45 लोग घायल हुए हैं। बदायूं में 113 हादसों में 75 लोगों की जान गई है, जबकि 77 लोग घायल हुए हैं। बरेली में सबसे अधिक घटनाएं बाइक, कार और टैक्सी से हुई हैं।
पीलीभीत, शाहजहांपुर और बदायूं में बाइकों के बीच आपसी टक्कर सबसे अधिक हुई हैं। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मंडल और जिला स्तर की तरह तहसील, ब्लाक और ग्राम पंचायत स्तर पर सड़क सुरक्षा समितियों के गठन पर जोर दिया जा रहा है।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ग्राम स्तर तक सड़क सुरक्षा समितियों का गठन कर जन जागरूकता अभियान चलाने के लिए प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। बरेली, शाहजहांपुर और बदायूं में सड़क हादसों में कमी आई है, लेकिन पीलीभीत में बढ़ी हैं। यातायात नियमों का पालन कराने के लिए मंडल के चारों जिलों में चेकिंग अभियान चलाकर वाहन चालकों पर कार्रवाई की जा रही है। बाइक सवारों के हेलमेट लगाकर वाहन चलाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। - प्रणव झा, आरटीओ प्रवर्तन
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