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    क्या आपकी EMI भी कम हुई? रेपो रेट में कटौती से होम लोन ग्राहकों को ₹500 करोड़ की राहत!

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 09:42 PM (IST)

    रेपो रेट में कटौती के बाद, क्या आपकी ईएमआई भी कम हुई? उत्तर प्रदेश के होम लोन ग्राहकों को लगभग ₹500 करोड़ की राहत मिली है। आरबीआई की मौद्रिक नीति में ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, बरेली। रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने रेपो रेट में कमी कर दी है, जिससे होम लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है। बैंक अधिकारियों की मानें तो आरबीआइ के इस फैसले के बाद लोगों को हर साल 500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का फायदा होगा। खास बात यह भी इसका कोई असर बचत बैंक खाताधारकों पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि इन खाताधारकों को मिलने वाले ब्याज में कोई कटौती नहीं की गई है। आमतौर पर आरबीआइ जब भी रेपो रेट कम करती है तो सेविंग अकाउंट के ब्याज को भी घटा दिया जाता है।

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    होम लोन पर अभी तक न्यूनतम 7.95 प्रतिशत के ब्याज का भुगतान करना पड़ता था। जबकि दिसंबर से आरबीआइ ने इस ब्याज को कम कर रेपो रेट 7.50 प्रतिशत कर दिया है। मसलन, अगर किसी ने 10 लाख का गृह ऋण लिया है तो उसे सालभर की किस्तों में सात से आठ हजार तक की राहत मिली है।

    बैंकों की डिस्ट्रिक को-आर्डिनेशन कमेटी यानी डीसीसी की रिपोर्ट देखते तो जिलेभर में एक अप्रैल से 30 जून 2025 तक दो अरब 88 लाख का होम लोन दिया गया था। चूंकि रेपो रेट इस साल 24 जनवरी से लागू है तो इस अवधि में जिले के बैंकों ने होम लोन के लिए 41 अरब 37 लाख रुपये जारी किए हैं।

    जाहिर है कि इससे बैंकों से गृह ऋण लेने वाले ग्राहकों को हर साल करीब 500 करोड़ रुपये की सीधी राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि यह राहत उन ग्राहकों को ही मिलेगी, जिन्होंने 15 लाख रुपये से ज्यादा का ऋण लिया है। बैँक अधिकारियों का कहना है कि होम लेने वालों में करीब 80 प्रतिशत लोगों के लोन इस सीमा से ऊपर के ही है। इसलिए इसका फायदा बडी संख्या में ग्राहकों को मिलेगा।

    शिक्षा ऋण लेने वालों की संख्या काफी कम

    डीसीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षा ऋण लेने वालों की संख्या कम है। इस साल एक अप्रैल से 30 जून के बीच केवल 1305 लोगों ने ही यह ऋण लिया। इन्हें 7.69 लाख रुपये का लोन दिया गया। जबकि एक जनवरी से 30 सितंबर तक की रिपोर्ट देखे तो 3846 छात्रों को एक अरब 98 करोड़ की धनराशि जारी की गई है। बैंक अधिकारी भी यह स्वीकार करते हैं कि लोगों में शिक्षा ऋण लेने को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई दे रही है।

     

    रेपो रेट कम होने से होम लोन लेने वालों को काफी फायदा होगा। जिले में होम लोन लेने वालों की काफी संख्या है। आरबीआइ के फैसले के बाद 15 लाख से ज्यादा प्लोटिंग ब्याज पर लोन लेने वाले इस लाभ उठाने के लिए पात्र हैं।

    - वीके अरोरा, लीड बैंक मैनेजर


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