Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी में सरकारी टीचर बन गई पाकिस्तानी महिला, अधिकारियों ने देखे डॉक्यूमेंट तो उड़े होश

    Updated: Fri, 17 Jan 2025 09:21 PM (IST)

    पाकिस्तानी नागरिकता छिपाकर शुमायला खान ने शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी हासिल की। फर्जी निवास प्रमाण पत्र के आधार पर 2015 में उनकी नियुक्ति हुई लेकिन जांच में यह खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तानी नागरिक हैं। इसके बाद उन्हें निलंबित कर बर्खास्त कर दिया गया। उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। उनके वेतन और भत्तों की वसूली की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।

    Hero Image
    पाकिस्तानी नागरिकता छिपाकर शिक्षक बनी युवती पर प्राथमिकी

    जागरण संवाददाता, बरेली। पाकिस्तानी नागरिकता छिपाकर शुमायला खान बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक बन गई। उन्होंने रामपुर से फर्जी तरह से निवास प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की। जांच के बाद पहले उन्हें निलंबित फिर बर्खास्त कर दिया गया। उनका निवास प्रमाण पत्र भी निरस्त किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके साथ फतेहगंज पश्चिमी थाने में शुमायला खान उर्फ फुरकाना के विरुद्ध खंड शिक्षा अधिकारी भानू शंकर गंगवार ने प्राथमिकी लिखाई है। उनकी मां माहिरा अख्तर को भी पाकिस्तानी नागरिकता छिपाने के कारण वर्ष 2021 में शिक्षा विभाग से बर्खास्त कर दिया गया था।

    छह नवंबर 2015 में हुई थी नियुक्ति

    खुद को मूल रूप से रामपुर के बजरोही टोला निवासी बताने वाली शुमायला खान की नियुक्ति छह नवंबर 2015 में हुई थी। उन्हें फतेहगंज पश्चिमी के प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में तैनाती दी गई। काउंसिलिंग में शुमायला खान ने एसडीएम सदर रामपुर से जारी निवास प्रमाण पत्र समेत अन्य शैक्षिक और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए।

    सत्यापन के दौरान बीएसए कार्यालय से कई बार निवास प्रमाण पत्र की जांच को पत्र लिखा गया। उनसे इस संबंध में स्पष्ट रिपोर्ट मांगी गई। 10 अक्टूबर, 2023 को एसडीएम सदर रामपुर की ओर से जांच रिपोर्ट भेजी गई, जिसमें स्पष्ट तौर पर बताया कि शुमायला खान उर्फ फुरकाना एक पाक राष्ट्रिका हैं। यानी पाकिस्तान की नागरिक हैं।

    उन्होंने वर्ष 2012 में रामपुर की पीडब्ल्यूडी कालोनी में निवास करते हुए तत्थों को छिपाकर फर्जी तरह से एक निवास प्रमाण पत्र बनवा लिया। एसडीएम ने रिपोर्ट में उसे गलत बताते हुए रद करने की बात लिखी है। रामपुर से रिपोर्ट मिलने के बाद महिला शिक्षक शुमायला खान को तत्कालीन बीएसए ने निलंबित किया और उन्हें प्राथमिकी विद्यालय जनक जागीर में अटैच कर दिया।

    शिक्षा विभाग भी करेगा वसूली 

    इसके बाद विस्तृत रिपोर्ट को शासन भेजी गई। शासन के आदेश पर शुमायला खान को सेवा की नियुक्ति तिथि से बर्खास्त करते हुए फतेहगंज पश्चिमी थाने में प्राथमिकी लिखाई गई है। मामले में पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, शिक्षा विभाग भी महिला से वसूली करेगा।

    शुमायला की मां ने ली थी पाकिस्तान की नागरिकता

    पड़ोसी जिला रामपुर में रहने वाली शुमायला की मां माहिरा अख्तर ने वर्ष 1979 में पाकिस्तान के सिवगत अली से शादी की थी। वह पाकिस्तान चली गईं और वहां की नागरिकता भी ले ली। वहीं, शुमायला और उनकी बहन का जन्म हुआ।

    बताते हैं कि दो वर्ष बाद ही वह दोनों बेटियों को लेकर भारत वापस आ गईं। यहां रामपुर के ब्लाक सैदनगर के प्राथमिक विद्यालय कुमरिया में शिक्षक बन गईं। वर्ष 1981 में वीजा की अवधि खत्म हुई तो एलआइयू ने जांच की। वापस नहीं जाने पर उन पर प्राथमिकी लिखाई गई।

    वह एक दिन कोर्ट अवधि तक वही रहीं। इसके बाद उन्होंने गृह मंत्रालय से भारत में ही रहने की अनुमति मांगी। उन्हें अनुमति दी गई, लेकिन नागरिकता नहीं मिली। इसी बीच शिक्षा विभाग में जानकारी होने पर उन्हें रिटायरमेंट से तीन सप्ताह पहले नौ मार्च 2021 को उन्हें सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

    वर्ष 2022 में रामपुर के एसपी ने बरेली के बीएसए को चिट्ठी लिखकर शुमायला के यहां नौकरी करने की जानकारी दी। उसी वक्त शुमायला को निलंबित कर जांच शुरू कर दी गई थी। रामपुर प्रशासन पर खड़े हो रहे सवाल इस प्राथमिकी के बाद रामपुर प्रशासन के विरुद्ध कई सवाल खड़े हो गए हैं।

    ये भी पढ़ें - यूपी के इस जिले से निकला 'जय हिंद' का नारा, 1940 में मेरठ के घंटाघर का सायरन सुन नेताजी ने कह दी थी बड़ी बात

    तीन सवाल

    • पहला यदि शुमायला खान के पास भारत की नागरिकता नहीं थी तो उनका निवास प्रमाण पत्र जारी कैसे कर दिया।
    • दूसरा जब शुमायला की पूरी शिक्षा भारत से ही पूरी हुई तो अब तक उन्हें यहां की नागरिकता क्यों नहीं दी गई।
    • तीसरा इतने लंबे समय से नौकरी के बाद भी अभी तक किसी को यह पता क्यों नहीं चला कि वह यहां की नागरिक नहीं हैं।

    खंड शिक्षा अधिकारी की तरफ से मिले शिकायती पत्र के आधार पर प्राथमिकी लिखी गई है। मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है। - मुकेश मिश्रा, एसपी उत्तरी

    बर्खास्त महिला ने जितना भी वेतन समेत अन्य भत्ते प्राप्त किए हैं। उसके आंगणन को वित्त लेखाधिकारी को पत्र लिख दिया है। पूरी रिपोर्ट मिलते ही रिकवरी नोटिस भेजने के साथ ही आरसी भी जारी कराई जाएगी। - संजय सिंह, बीएसए, बरेली