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    'यह तौहीन है!' जॉइनिंग लेटर के लिए आई महिला का हिजाब हटाना नीतीश कुमार को पड़ा भारी, मौलाना ने मांगी माफी

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 10:00 PM (IST)

    जॉइनिंग लेटर लेने आई एक महिला का हिजाब हटाने पर विवाद हो गया। इस घटना के बाद नीतीश कुमार की आलोचना हुई और मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने माफी की मां ...और पढ़ें

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    मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी

    जागरण संवाददाता, बरेली। नौकरी के लिए ज्वाइनिंग लेटर लेने आई एक बुर्का पहनी मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथों से जबरन हटाने की कोशिश की। इस पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की।

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    उन्‍होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुस्लिम महिला की तौहीन की है, वो मुस्लिम समाज से माफी मांगें। मौलाना ने कहा कि धार्मिक पहचान के साथ छेड़छाड़ करना या अपमान करना किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है।

    हिजाब किसी का फैशन नहीं, बल्कि विश्वास और अधिकार है। किसी को इसे छूने का हक नहीं। नीतीश कुमार ने अपने हाथों से जबरदस्ती के साथ मुस्लिम महिला का नकाब खींचा। यह संविधान‍िक पद पर बैठे व्यक्ति की गरीमा के खिलाफ है।

    मौलाना ने आगे कहा क‍ि संविधान ने हर व्यक्ति को इस बात की इजाजत दी है कि वो अपनी मर्जी के मुताबिक खाना खाए और अपनी पसंद के मुताबिक कपड़े पहने। उनके इस कार्य से भारत के मुसलमानो मे सख्‍त नाराजगी है।


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