महाठग कन्हैया गुलाटी पर दो और FIR, ठगी का आंकड़ा 7 केस तक पहुंचा, निवेश के नाम पर करोड़ों डकारे
बरेली में महाठग कन्हैया गुलाटी के खिलाफ दो और एफआईआर दर्ज हुई हैं। निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने के आरोप में अब तक कुल 7 मामले दर्ज हो चुक ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, बरेली। महाठग कन्हैया गुलाटी के विरुद्ध बारादरी थाने में दो और धोखाधड़ी की प्राथमिकी लिखी गई है। दोनों ही मामलों में ठग ने 28.83 लाख रुपये की ठगी कर ली। अब तक आरोपित के विरुद्ध बारादरी थाने में सात मामले पंजीकृत हो चुके हैं।
पहला मुकदमा महानगर उज्जवल निवासी अंजू गुप्ता ने लिखाया। उन्होंने पुलिस को बताया कि, कन्हैया गुलाटी की कंपनी से उन्होंने फरीदपुर में एक 124 वर्ग गज का एक प्लाट खरीदा था। उस वक्त कंपनी ने दावा किया कि वह बीडीए अप्रूव्ड कराकर देंगे और विकसित भी करेंगे।
आरोप है कि आठ साल बाद भी वहां पर कोई विकास नहीं किया गया। जब उन्होंने कंपनी के सीइओ आशुतोष श्रीवास्तव और प्रबंधक कन्हैया गुलाटी को फोन किया तो वह टालमटोल करने लगे। प्लाट की रजिस्ट्री होने के बाद भी कब्जा नहीं दिया गया।
जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी तो आरोपितों ने फोन उठाना बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि प्लाट के करीब 18.03 लाख रुपये भी कंपनी को दिए थे। इसमें से करीब 4.07 लाख कैश बाकी चैक के माध्यम से दिया था।
वहीं, दूसरा मुकदमा बदायूं के सिविल लाइंस निवासी शिव कुमार गुप्ता ने लिखाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि, कंपनी के रियाशत हुसैन ने अपने सीनियर जितेंद्र पटेल से बात कराई और उन्होंने गुलाटी की कंपनी का प्लान समझाया।
कहा कि उनकी दो कंपनियां कुशाग्र हेबिटेड डेवलपर्स और कैनविज इंफ्रा में पांच-पाच लाख रुपये निवेश करने पर 20 माह तक पांच प्रतिशत ब्याज और पांच प्रतिशत टीडीएस मिलेगा। जबकि, मूलधन को 21 महीने के बाद लौटा दिया जाएगा।
आरोप है कि शुरुआत में दो किस्त आई इसके बाद रुपये आना बंद हो गए। जब उन्होंने कंपनी के लोगों से संपर्क करना शुरू किया तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया। दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है।

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