मनोज जायसवाल की उल्टी गिनती शुरू: सहारनपुर पुलिस ने डीआइजी बरेली से संपर्क, जल्द होगी गिरफ्तारी!
शराब कारोबारी मनोज जायसवाल पर शिकंजा कसने के लिए सहारनपुर पुलिस ने बरेली डीआइजी अजय कुमार साहनी से संपर्क किया है। पुलिस मनोज जायसवाल व उसके गैंग के अ ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, बरेली। शराब कारोबारी मनोज जायसवाल पर शिकंजा कसने के लिए सहारनपुर पुलिस ने बरेली डीआइजी अजय कुमार साहनी से संपर्क किया है। उन्होंने भी कार्रवाई में हर सहयोग देने की बात कही है। इससे अब यह स्पष्ट हो गया है कि शराब कारोबारी मनोज जायसवाल व उसके गैंग के अन्य लोगों की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।
हालांकि, बताया जा रहा है कि सभी आरोपित अभी फरार हैं और हाईकोर्ट से स्टे लेने की तैयारी में जुटे हैं मगर सहारनपुर पुलिस भी इस तैयारी में हैं कि किसी भी आरोपित को स्टे न मिल सके। शराब कारोबारी मनोज जायसवाल, उसका भाई नीरज जायसवाल, सीबीगंज निवासी अश्वनी उपाध्याय समेत आस-पास के जिलों के लोगों को मिलाकर कुल 27 लोगों के विरुद्ध सहारनपुर में गैंग्स्टर की कार्रवाई की गई।
इसमें अनेजा ग्रुप का प्रणय अनेजा भी शामिल है। गैंग्स्टर की कार्रवाई के बाद वहां की पुलिस अब आरोपितों की तलाश में जुटी है। उनके नंबर सर्विलांस पर लगाए जा चुके हैं। साथ ही उनकी तलाश में टीमें भी रवाना कर दी गई है। बरेली डीआइजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि सहारनपुर डीआइजी व वहां के कप्तान लगातार उनसे संपर्क में हैं।
इस मामले को लेकर लगातार बातचीत हो रही है। उन्होंने बताया कि यदि वहां की पुलिस हमारे यहां आकर कोई सहयोग मांगती है तो उन्हें पूरा सहयोग दिया जाएगा। पुलिस का कहना हैं कि जल्द से जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
अभी भी बरेली में मनोज के काम की चर्चा
वर्ष 2021 में मनोज जायसवाल के विरुद्ध बारादरी थाने में अवैध शराब की प्राथमिकी लिखी गई। इसके बाद आबकारी ने उनके लाइसेंस को निरस्त कर दिया था। बताया गया कि लाइसेंस निरस्त होने के बाद मनोज का शराब से संबंधित कोई काम बरेली में नहीं बचा। वहीं, दूसरी ओर अन्य शराब कारोबारियों ने बताया कि वर्तमान समय में भी मनोज की करीब शहर में 20 से 22 दुकानें हैं।
यह दुकानें भले ही मनोज के नाम से नहीं लेकिन इनका संचालन मनोज के ही लोग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस बात की जानकारी आबकारी विभाग को भी नहीं हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कैसे विभाग की आंख के नीचे इतना बड़ा नेटवर्क संचालित हो रहा है।
अवैध कमाई को जमीनों के काम में लगाया
शराब कारोबारियों की माने तो मनोज जायसवाल ने हरुनगला समेत अन्य स्थानों पर काफी संपत्ति एकत्र कर ली है। वहां पर उसने प्लाटिंग का भी काम शुरू कर दिया है। प्रशासन की टीमों ने उसकी इस जानकारी पर भी काम शुरू कर दिया है। सभी संपत्तियों का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
क्या था पूरा मामला एक नजर में समझिए
मार्च 2021 में सहारनपुर स्थित फैक्ट्री में एक गेटपास से दो ट्रक शराब निकाली गई थी। इसमें एक ट्रक हरुनगला क्षेत्र में मिला था। उस समय एसओजी ने ट्रक पकड़ा तो चालक संजय संतोषजनक जवाब नहीं दे सका था। पुलिस की जांच में सामने आया कि शराब की 1415 पेटियों को अवैध तरीके से लाया गया था।
इसी आधार पर मनोज जायसवाल एवं ट्रक चालक संजय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। दूसरी ओर, सहारनपुर में भी कार्रवाई की गई। सहारपुर में कार्रवाई के बाद बरेली के बारादरी थाने में दर्ज मुकदमे को एसआइटी लखनऊ को ट्रांसफर कर दिया गया था। अब उसी प्रकरण में मनोज समेत 27 के विरुद्ध सहारनपुर के देहात कोतवाली में गैंग्स्टर की कार्रवाई की गई है।

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