बरेली में बाजारों में दिखा इंटरनेट बंद होने का असर, ऑनलाइन भुगतान ठप होने से करोड़ों का व्यापार प्रभावित
बरेली में अचानक इंटरनेट बंद होने से दशहरे के बाज़ार पर बुरा असर पड़ा। ग्राहक ऑनलाइन भुगतान नहीं कर पाए जिससे कई लोग बिना खरीदारी किए लौट गए। पान चाट और ढाबा संचालकों को भी नुकसान हुआ। व्यापारियों और आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि बाजार में करोड़ों का व्यापार प्रभावित हुआ। इंटरनेट बंदी से ग्राहकों को कैश की दिक्कत हुई।

जागरण संवाददाता, बरेली। गुरुवार दोपहर दो बजे सबकुछ सामान्य था। अचानक वाट्स-एप ग्रुप्स पर संदेश प्रसारित हुआ कि दोपहर तीन बजे इंटरनेट सेवा 48 घंटे के बीच बंद कर दी जाएगी। असमंजस और अफवाह की आशंका के बीच एक घंटा गुजरा मगर, किसी अधिकारी या विभाग ने अधिकृत सूचना जारी नहीं की। दो तीन बजे वास्तव में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
बिना पूर्व जानकारी इंटरनेट बंद होने से बाजार में पहुंचे लोग ऑनलाइन पेमेंट कर नहीं कर सके। क्यूआर स्कैनर काम कर रहे थे ना डेबिट-क्रेडिट कार्ड। शाम को दशहरा मेलों में भी अधिकतर लोग इसको लेकर परेशान रहे कि जेब में कैश रखने की आदत छूट गई, अब आनलाइन पेमेंट अचानक फेल होने लगे।
ऐसे में बड़ी संख्या में ग्राहकों को बिना खाए-पिये ही लौटना पड़ा। वहीं, छिटपुट खरीदारी करने के लिए गए ग्राहक भी कैश और छुट्टे की झंझट झेलने को मजबूर होते रहे।
शहर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल की वजह से सबसे ज्यादा प्रभाव व्यापारियों और आम जनमानस पर पड़ रहा है। इससे शुक्रवार को बाजार बंद रहा, जबकि शनिवार और रविवार को इंटरनेट सेवाएं बाधित होने की वजह से बाजार पूरी तरह से बाधित हो गया।
सोमवार को इंटरनेट सेवाएं शुरू हुईं तो बाजार तेजी पकड़ गया। नवरात्र की अष्टमी मंगलवार को और नवमी बुधवार को बाजार में बंपर खरीदारी की गई। सबसे ज्यादा बिक्री तो वाहनों कार, बाइक, ई-बाइक, स्कूटी के साथ ही इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदे गए।
इसके बाद बाजार गुरुवार को दशहरा पर होने वाली खरीदारी से खिलखिला रहा था कि गुरुवार दोपहर को अचानक से एक लेटर शेयर होने लगा, जिसमें इंटरनेट सेवाएं दोपहर तीन बजे से बंद होने का जिक्र था।
काफी देर तक लोग असमंजस में रहे, लेकिन प्रशासन या पुलिस ने इस पर कुछ स्पष्ट नहीं किया। शाम को अचानक से इंटरनेट सेवाएं बाधित हो गईं। इससे बाजार में करोड़ों रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ।
दशहरा पर काफी लोग मीठा पान खाते हैं तो अधिकांश पान विक्रेता मीठे पान को पैक करके रखते हैं, जिससे भीड़ होने पर ग्राहकों जल्दी से पान दिया जा सके, लेकिन इंटरनेट बंद होने से जब ग्राहक पहुंचे तो सबसे पहले कैश की दिक्कत हुई।
बटलर प्लाजा स्थित जनप्रिय पान भंडार के संचालक अंजनी कुमार बताते हैं कि कई ग्राहक आनलाइन भुगतान न होने की वजह लौट गए। यही बात खाना के ढाबा संचालक पप्पू कश्यप कहते हैं। वह बताते हैं कि नवरात्र के बाद होटल ढाबों पर लोग खाने के लिए बड़ी संख्या में आए, लेकिन ऑनलाइन भुगतान न होने से करीब 25 प्रतिशत लोग लौट गए, जबकि पांच प्रतिशत लोगों से उधार करना पड़ा।
वहीं, सिविल लाइंस में छोटेलाल चाट भंडार के संचालक गौरव राणा बताते हैं कि हर चौथा ग्राहक लौट रहा है, क्योंकि ऑनलाइन भुगतान न होने की वजह से दिक्कत हो रही है।
वहां पर मौजूद ग्राहक विभा बताती हैं कि ई-पाकेट के दौर में पाकेट में कैश रखना तो ऑउट आफ फैशन हो गया, लेकिन इंटरनेट बंद होने की वजह से घर से निकलने से पहले ही कैश और छुट्टे रुपये रख लिया, जिससे परेशान न होना पड़े। इसी तरह अन्य उत्पादों की बिक्री इंटरनेट बंद होने की वजह से प्रभावित हुई, जो जारी रहेगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।