'अब कभी बाबा जी की पुलिस के सामने नहीं पडूंगा', गोल्डी बराड़ के गुर्गे ने गिड़गिड़ाते हुए ऐसे मांगी माफी
बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दिल्ली से दो किशोरों को पकड़ा जबकि बरेली में मुठभेड़ के बाद दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। नेपाल भागते समय बरेली पुलिस की गोली से घायल 25 हजार का इनामी रामनिवास मुठभेड़ के बाद गिड़गिड़ाते हुए बोला-सर माफ कर दो अब कभी यूपी नहीं आऊंगा।

जागरण टीम, बरेली। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दिल्ली से दो किशोरों को पकड़ा, जबकि बरेली में मुठभेड़ के बाद दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। नेपाल भागते समय बरेली पुलिस की गोली से घायल 25 हजार का इनामी रामनिवास मुठभेड़ के बाद गिड़गिड़ाते हुए बोला-सर, माफ कर दो, अब कभी यूपी नहीं आऊंगा। कभी बाबाजी की पुलिस के सामने नहीं पडूंगा।
रामनिवास ने अभिनेत्री के घर की रेकी की थी जबकि सोनीपत (हरियाणा) का अनिल अपनी गैराज से बदमाशों को बाइक व अन्य वाहन उपलब्ध कराता था। वहीं, दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए दोनों किशोरों पर 11 सितंबर को अभिनेत्री के घर फायरिंग करने का आरोप है। इनके पास से दो सेमी आटोमैटिक पिस्टल व दस से अधिक कारतूस बरामद किए गए हैं।
अभिनेत्री की बहन खुशबू पाटनी ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लिव इन रिलेशनशिप वाले बयान के विरोध में वीडियो जारी किए थे। इससे बौखलाए गोल्डी बराड़ गिरोह ने उनके घर पर 11 और 12 सितंबर को फायरिंग कराई थी। 12 सितंबर को फायरिंग का आरोपित अरुण व रविंद्र मारा जा चुका है। बरेली पुलिस के अनुसार, सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पांचवें आरोपित राजस्थान के रामनिवास की पहचान हुई थी। 11 सितंबर वाली फायरिंग से पहले उसने अभिनेत्री के घर की रेकी की थी। गिरोह ने रामनिवास को रविंद्र की डमी के तौर पर भी भेजा था ताकि पुलिस को गच्चा दिया जा सके।
शुक्रवार दोपहर को शाही के पास घेराबंदी होने पर रामनिवास पिस्टल से फायरिंग करने लगा, जिससे सिपाही संदीप चाहर घायल हो गए। जवाबी फायरिंग के बाद रामनिवास व उसके साथ बाइक पर बैठे अनिल को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने कहीं भी ऑनलाइन या कार्ड से पेमेंट नहीं किए, ताकि सुराग न छूटे। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एक अधिकारी के मुताबिक मुठभेड़ में मारे गए दो बदमाशों के साथ बागपत के दोनों किशोर भी उनके साथ रहे थे। 11 सितंबर की तड़के चार बजे दोनों किशोर ने दिशा पाटनी के घर की अंतिम बार रेकी की थी और इनमें एक ने पिस्टल से हवा में एक राउंड फायरिंग की थी। 12 सितंबर को मुख्य घटना वाले दिन भी दोनों किशोर दिशा के घर से दूर दूसरी तरह मौजूद थे ताकि अरुण व रविंद्र के साथ किसी तरह की दिक्कत आने पर वे उन्हें मदद कर पाए।
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