Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    करोड़ों की साइबर ठगी: हिंदू युवक को मुंबई ले जाकर खुलवाए 14 फर्जी खाते, मतांतरण का सनसनीखेज आरोप

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 10:06 PM (IST)

    साइबर ठगों ने अमरीश के खातों में करोड़ों का लेनदेन किया। बरेली लौटने पर ठगों ने अमरीश के माध्यम से ₹2.36 लाख की ज्वेलरी खरीदी, जिससे ज्वेलर्स का खाता फ्रीज हो गया। यह गैंग फर्जी खातों से ठगी कर रहा था। 4 आरोपी नामजद।

    Hero Image

    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, बरेली। हिंदू युवक को साइबर ठग अपने जाल में फंसाकर मुंबई ले गए। वहां पर उसके दस्तावेजों पर पता बदलवाकर अलग-अलग बैंकों में 14 खाते खुलवाए। उनमें साइबर ठगी का करोड़ों रुपये मंगाया गया और बाद में उसे बरेली वापस भेज दिया गया। यहां पर आकर भी ठगों ने युवक के माध्यम से एक ज्वेलर्स के साथ ठगी की और उसके खाते में साइबर ठगी का रुपया भेजकर उसका खाता भी फ्रीज करा दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साइबर ठगी के मामले में पश्चिम बंगाल के हुगली थाने की पुलिस ने युवक को गिरफ्तार भी किया था। इस मामले में युवक ने बिसारतगंज थाने में प्राथमिकी लिखाई है। इसके अलावा वीडियो प्रसारित कर युवक ने आरोप लगाया कि उसका मतांतरण भी कराया गया, हालांकि प्राथमिकी में यह बात नहीं लिखी।

    बिसरातगंज निवासी अमरीश गोस्वामी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कस्बे में ही रसीद अहमद के मकान में एक दुकान किराए पर ली थी।वहीं से उनकी मुलाकात रशीद के भतीजे समीर से हो गई। आरोप है कि पांच फरवरी का समीर ने बताया कि उनके एक परिचित आनलाइन कारोबार करते हैं उसमें मोटा मुनाफा होता है। बातों में लेकर समीर ने अमरीश को बैंक खाते खोलने के लिए राजी कर लिया।

    कहा कि वह जितने खाते खुलवाएंगे हर खाते पर दो हजार रुपये मिलेंगे। इसके बाद अमरीश समीर के साथ 22 फरवरी को मुंबई चला गया। वहां पर उनकी मुलाकात एक होटल में असिफ खान, अनस कुरैशी और इमरान से हुई। आरोप है कि वहां पर आसिफ ने उन्हें बताया कि, इस बिजनेस में के कुछ रूल हैं, जिसमें न वह उनके बारे में पूछेंगे और न वह अमरीश के बारे में खास जानकारी लेंगे।

    दूसरा रूल बताया कि उन्हें अपने आधार में मुंबई का पता बदलवाना होगा और मोबाइल नंबर भी नया लेना होगा। इस तरह से बातों में फंसाकर उन्होंने अमरीश के नाम पर मुंबई का पता करा दिया। इसके बाद उनके नाम पर पर अलग-अलग 14 बैंक खाते खोले गए जिसमें साइबर ठगी का करोड़ों रुपया मंगाया गया।

    आरोप है कि आरोपितों ने सभी एटीएम का पिन भी 0786 रखा था। आरोप है कि, इसके बाद वह जब बरेली वापस आया तो आरोपितों ने उन्हें सभी एटीएम पासबुक आदि वापस कर दिए। इसके बाद उसे साइबर ठगी के मामले में पश्चिमी बंगाल के हुगली थाने की पुलिस ने भी गिरफ्तार किया। तीन माह जेल में रहने के बाद अब जमानत पर बाहर आया है।

    युवक का आरोप है कि आरोपित देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और वह हिंदू युवकों को फंसाकर साइबर ठगी करते हैं। गुरुवार को युवक का एक वीडियो प्रसारित हुआ जिसमें वह आरोप लगा रहा है कि आरोपितों ने उनका मतांतरण भी कराया। कलमा पढ़वाया और नाम भी बदल दिया। हालांकि, प्राथमिकी में यह बात नहीं लिखी है।

    बरेली में एक ज्वेलर्स को भी लगाया चूना

    अमरीश का कहना है कि, जब वह बरेली आए तो एक अज्ञात व्यक्ति उनके साथ आया। बरेली पहुंचने पर उसने कहा कि उसे कुछ जरूरी काम हैं और शाम को एक शादी में जाना हैं। इसलिए उसेे कुछ ज्वेलरी खरीदनी हैं। यदि वह उन्हें खरीदकर दे देगा तो आसानी हो जाएगी। आरोपित ने समीर के नाम का एक डेबिट कार्ड उसे दिया कहा कि उसी से पेमेंट कर दे जो बचेगा वह क्यूआर से आनलाइन भेज देंगे।

    अमरीश पटेल चौक स्थित रवि कुमार ज्वेलर्स के यहां पहुंचे वहां से एक अंगूठी और चेन खरीदी। जिसका बिल 2.36 लाख रुपये बना। कार्ड में एक लाख रुपये थे उससे भुगतान कर दिया बाकी का भुगतान अज्ञात व्यक्ति ने क्यूआर मंगाकर कर दिया और ज्वेलरी लेकर चला गया। आरोप है कि अगले दिन ज्वेलर्स ने फोन कर कहा कि उनके भुगतान की वजह से उनका खाता सस्पेक्टेड हो गया है।

    धमकी दी कि या तो उनके रुपये दें या फिर सोना वापस करें। इस पर उन्होंने किस्तों में रुपये देने की बात कही। तब से वह किस्त दे रहे हैं। मामले में पुलिस ने समीर, असिफ खान, अनस कुरैशी और इमरान के विरुद्ध प्राथमिकी लिख ली है।

     

    इस मामले में युवक के शिकायती पत्र पर प्राथमिकी पंजीकृत है। मतांतरण की बात उसमें नहीं लिखी है, यदि इस तरह का आरोप है तो उसकी जांच कराई जाएगी। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी।

    - अंशिका वर्मा, एसपी साउथ

     

    यह भी पढ़ें- मीट फैक्ट्री में काम कर रहे 27 कश्मीरियों का होगा पुलिस वेरिफिकेशन, सुरक्षा एजेंसियों ने दिए इनपुट