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    तस्करी में इस्तेमाल होने वाली पिकअप का मुरादाबाद कनेक्शन, लोन न चुकाने पर किया था यह काम

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 08:32 AM (IST)

    गोरखपुर में तस्करी के लिए इस्तेमाल की गई पिकअप बरेली के तस्लीम खान के नाम पर थी जिन्होंने इसे पहले ही बेच दिया था। जांच में पता चला कि वर्तमान में गाड़ी मुरादाबाद के बिलारी निवासी शाने आलम चला रहा है। तस्लीम ने पिकअप लोन पर ली थी और किस्त न भर पाने के कारण उसे नबी जान को बेच दिया था।

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    ग्रामीणों द्वारा जलाई गई गो तस्करो की गाड़ी। वीडियो ग्रैब

    जागरण संवाददाता, बरेली। गोरखपुर में तस्करी के लिए जिस पिकअप का इस्तेमाल किया गया, वह भोजीपुरा थाना क्षेत्र के अभयपुर निवासी तस्लीम खान के नाम निकली, मगर पुलिस ने जब जांच की तो सामने आया कि तस्लीम इस गाड़ी को पिछले वर्ष ही बेच चुका था। पुलिस ने गाड़ी बेचने की पूरी चेन को तलाशा तो सामने आया कि वर्तमान में वह पिकअप मुरादाबाद के बिलारी निवासी शाने आलम चला रहा है।

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    गोरखपुर में पशु तस्करों ने जब छात्र की हत्या कर दी तो गांव वालों ने पिकअप को फूंक दिया। पुलिस ने उसके नंबर से ट्रेस किया तो पता चला कि वह बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के अभयपुर निवासी तस्लीम के नाम पर है। गोरखपुर पुलिस ने तत्काल ही बरेली पुलिस से संपर्क किया और तस्लीम के बारे में जानकारी मांगी।

    एसएसपी अनुराग आर्य ने भोजीपुरा थाना प्रभारी से तस्लीम के बारे में जानकारी जुटाने को कहा। जांच में पता चला कि तस्लीम एक ट्रक ड्राइवर है और ट्रक चलाकर ही परिवार का पालन पोषण करता है। जिस पिकअप को जलाया गया है, तस्लीम ने उसे लोन पर लिया था।

    किस्त नहीं भर पाने की वजह से उसने 26 दिसंबर, 2024 को भोजीपुरा के ही मिर्जापुर पचोदरा निवासी नबी जान को बेची थी। टीम नवी जान के पास पहुंची तो पता चला कि नवी जान भी उस पिकअप को इसी वर्ष 25 फरवरी को रामपुर के टांडा निवासी सोनू को बेच चुका था।

    पुलिस की टीम लगातार गाड़ी की चेन का पीछा करते हुए रामपुर पुलिस से संपर्क किया। वहां से पता चला कि सोनू राम ने इस पिकअप को खरीदा जरूर था लेकिन नौ अप्रैल, 2025 को उसने यह मुरादाबाद के बिलारी निवासी शानूे आलम को बेच दी।

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    वर्तमान में यह पिकअप शाने आलम ही चला रहा है। आशंका है कि इस तस्करी में मुरादाबाद का कनेक्शन जुड़ रहा है। वहां की पुलिस टीम भी अब इस मामले में जुट गई हैं।

    वहीं पुलिस के मुताबिक, तस्लीम और नबी जान का कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं हैं। मामले में एसएसपी अनुराग आर्य कहते हैं वर्तमान में पिकअप मुरादाबाद के शाने आलम के पास है।