Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जान बूझकर मौत को दावत! शराब, रफ्तार और नो-हेलमेट राइडिंग ने बढ़ाए मौतों के आंकड़े

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 03:00 AM (IST)

    शराब पीकर गाड़ी चलाना, तेज गति और बिना हेलमेट के बाइक चलाना खतरनाक है। इन कारणों से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं और मौतों के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। शराब के ...और पढ़ें

    Hero Image

    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    कमलेश शर्मा, जागरण, बरेली। सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लगातार चेकिंग और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। नो हेलमेट, नो पेट्रोल का प्रयोग भी किया, लेकिन जिले में बाइकों की टक्कर में सबसे अधिक लोगों की जान जा रही है। मंडल में एक जनवरी से 31 अक्टूबर तक हुई सड़क दुर्घटनाओं को लेकर पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से संयुक्त रूप से निष्कर्ष निकाला गया है कि बाइकों के बीच हो रही दुर्घटनाओं की मुख्य वजह शराब का सेवन कर ओवरस्पीड, ओवरटेकिंग, बिना हेलमेट के बाइक राइडिंग है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इनके अलावा यातायात नियमों का उल्लंघन और खराब सड़कें भी दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं। दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों (ब्लैक स्पाट) में सुधारात्मक कार्यों के आदेश तो होते रहते हैं, लेकिन अब भी स्थायी सुधारात्मक कार्य नहीं हो सके हैं। संतुलित गति, यातायात नियमों का पालन कर असमय हो रही मौतों का टाला जा सकता है।

    बरेली में हुई दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डालें तो बाइकों की टक्कर में सबसे अधिक 34 लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि 78 लोग घायल हुए हैं। बाइक और कार में हुई टक्कर से 33 लोगों की जान गई है, जबकि 69 लोग घायल हुए हैं। कारों के बीच आमने-सामने की हुई टक्कर में सात लोगों की मौत हुई, जबकि 14 लोग घायल हुए हैं।

    बाइक और ट्रक में हुए टक्कर में 28 लोगों की मौत हुई है, जबकि 56 लोग जख्मी हुए हैं। कार की टक्कर से चार साइकिल सवारों की जान गई है और 15 लोग घायल हुए हैं। नेशनल हाईवे पर वाहनों की रफ्तार तो बढ़ी है, लेकिन दुर्घटनाएं भी बढ़ी हैं। जिले में एनएच पर 128 दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 89 लोगों की जान गई है, जबकि 156 लोग घायल हुए हैं। राजमार्गों पर 98 दुर्घटनाओं में 57 लोगों की मौत हुई है, जबकि 73 लोग घायल हुए हैं।

    बदायूं जिले में 89 बाइक दुर्घटनाओं में 55 लोगों की जान चली गई, जबकि 69 लोग घायल हुए हैं। टेंपो, ई-रिक्शा से बाइक टकराने की 47 दुर्घटनाओं में 26 लोगों की मौत हुई है, जबकि 38 लोग घायल हुए हैं। कार और बाइक के बीच हुई 97 दुर्घटनाओं में 72 लोगों की जान गई है, जबकि 95 लोग घायल हुए हैं। कारों के आमने-सामने भिड़ंत की 42 दुर्घटनाओं में 26 लोगों की मौत हुई और 62 लोग घायल हुए हैं।

    61 दुर्घटनाओं में कार ने पैदल चलने वालों को कुचला है, जिनमें 32 लोगों की मौत हुई है और 37 लोग घायल हुए हैं। इस जिले में सबसे अधिक 276 दुर्घटनाएं राजमार्ग पर हुई हैं, जिनमें में 185 लोगों की मौत और 248 लोग जख्मी हुए हैं। नेशनल हाईवे पर 85 दुर्घटनाओं में 48 लोगों की जान गई है और 116 लोग घायल हुए हैं।

    पीलीभीत जिला सड़क दुर्घटनाओं के मामले में सबसे ज्यादा संवेदनशील है। यहां बाइकों की टक्कर में 52 लोगों की मौत हुई है, जबकि 73 लोग घायल हुए हैं। ट्रक और बाइक के बीच हुई दुर्घटनाओं में 45 लोगों की जान गई है और 32 लोग घायल हुए हैं। बाइकों की टक्कर से 18 पैदल यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 36 लोग जख्मी हुए हैं। कार से कुचलकर 16 लोगों की मौत हुई है, जबकि 25 लोग घायल हुए हैं।

    नेशनल हाईवे पर 254 सड़क दुर्घटनाओं में 152 लोगों की मौत हुई है, जबकि 208 लोग घायल हुए हैं। राजमार्ग पर पांच दुर्घटनाओं में पांच लोगों की जान गई है और तीन लोग घायल हुए हैं। नेशनल हाईवे पर डिवाइडर नहीं होने को दुर्घटनाओं का मुख्य कारण माना गया है। इसके अलावा दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों की ओवरस्पीड भी दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। ओवरस्पीड में 374 दुर्घटनाएं हुई हैं।

    शाहजहांपुर में हुई सड़क दुर्घटनाओं की बात करें तो बाइकों की टक्कर में सबसे अधिक 74 लोगों की जान गई है और 98 लोग घायल हुए हैं। बाइक और कार के बीच हुई टक्कर में 37 लोगों की मौत हुई है और 76 लोग जख्मी हुए हैं। बाइक की टक्कर लगने से 34 पैदल यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 52 लोग घायल हुए हैं।

    ट्रक और बाइक के बीच हुई दुर्घटनाओं में 36 लोगों की मौत हुई है, जबकि 43 लोग घायल हुए हैं। कार की टक्कर लगने से 16 लोगों की मौत हुई है और 28 लोग घायल हुए हैं। यहां नेशनल हाईवे पर हुई सर्वाधिक 462 दुर्घटनाओं में 244 लोगों की जान गई है, जबकि 338 लोग जख्मी हुए हैं। राजमार्गों पर 191 दुर्घटनाओं में 88 लोगों की मौत हुई है और 141 लोग घायल हुए हैं।

    बरेली में बाइकों की टक्कर में मरने वालों की संख्या 34
    बरेली में एनएच पर हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 128
    बदायूं में बाइकों की टक्कर में मरने वालों की संख्या 89
    बदायूं में राजमार्ग पर हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 185
    पीलीभीत में ओवरस्पीड में हुई दुर्घटनाओं मरने वालों की संख्या 374
    पीलीभीत में एनएच पर हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 152
    शाहजहांपुर में एनएच पर हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 244
    शाहजहांपुर में बाइकों की टक्कर में मरने वालों की संख्या 74

     

    मंडल में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए चेकिंग अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए जनवरी से नवंबर तक 6,429 वाहनों का चालान किया गया। गन्ना लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों, ट्राला और ट्रक पर रिफ्लेक्टर लगवाने के लिए प्रक्रिया चल रही है। बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले 4,76,489 बाइक सवारों का चालान जबकि बिना सीट बेल्ट के कार चलाने पर 9,748 कार चालकों का चालान किया गया है। दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सड़क सुरक्षा मित्र बनाने की प्रक्रिया चल रही है। नियंत्रित गति और यातायात नियमों का पालन कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

    - प्रणव झा, आरटीओ प्रवर्तन


    यह भी पढ़ें- बरेली मंडल की निर्माणाधीन 20 सड़कों के लिए मिले 1.76 करोड़, लोगों को म‍िलेगी राहत